नया कदम : ट्रेन कोच बनेंगे आईसोलेशन वार्ड
कोरोना संक्रमण के रोकथाम की दिशा में भारतीय रेलवे अहम कदम उठाने जा रहा है। महामारी के कारण हुए लॉकडाउन के कारण रेल सेवा पूरी तरह बंद है। ऐसे में रेलवे बोर्ड विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर खड़ी ट्रेनों को कोरंटाइन एरिया तब्दील करने की तैयारी कर रहा है। कोरोना संक्रमण के उपचार में राज्य सरकारों को मदद करने के लिए रेलवे ने ये फैसला लिया है। जिसके तहत देश के विभिन्न राज्यों में मौजूद ट्रेन कोच कोरोना संक्रमितों को रखने के काम में लाए जाने की तैयारी की जा रही है। जिसमें उन्हें भोजन और दवाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ तैनात करने की भी रूपरोखा बनाई जा रही है। रेलवे ने इस बाबत केंद्र सरकार को प्रस्ताव दिया है। हालांकि आला अधिकारी अभी इस बात को लेकर आवश्वस्त होना चाहते हैं, कि ऐसे ट्रेन कोच कहां पार्क किए जाएंगे और इसके हर पहलू पर विचार कर लिया जाए। वहीं अभी रेलवे को इस तरह के कोरंटाइन कोच का अंतिम डिजाइन भी तैयार करना है, वहीं बिजली की सप्लाई जैसी सुविधाओं को बनाए रखने पर विचार किया जा रहा है। फाइनेंसियल ऐक्सप्रेस के मुताबिक रेलवे के पश्चिमी जोन ने ऐसे सभी स्थानों को चिन्हित कर लिया है जहां निरंतर बिजली सप्लाई हो सकेगी। एक रिपोर्ट में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव ने उल्लेख किया है कि बोर्ड स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जरूरी बातचीत कर रहा है। वहीं इसके हर पहलू पर विचार किया जा रहा है। अब तक प्रस्तावित डिजाइन के मुताबिक नौ लॉबी वाले एक एलएचबी कोच को एक यूनिट के रूप में दर्शाया गया है। जिसमें एक व्यक्ति को रखा जा सकता है। इस तरह बीस हजार कोच का इस्तेमाल करके दस हजार आईसोलेसन वार्ड तैयार किये जाएंगे। खड़ी ट्रेनों के ऐसे उपचोग का विचार काफी बेहतर है। महामारी से लड़ने के लिए युद्धस्तर में ऐसे उपाय बड़ी राहत देने वाले साबित हो सकते हैं।