जन समस्याएं

गांव में मातम : चार साल की बच्ची को मार डाला गुलदार ने

FacebookTwitterGoogle+WhatsAppGoogle GmailWeChatYahoo BookmarksYahoo MailYahoo Messenger

मीडिया लाइव, पौड़ी: जनपद के पोखड़ा ब्लॉक के श्रीकोट गांव में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। ख़बर के मुताबिक शुक्रवार रात करीब 8:30 बजे गुलदार ने 4 साल की बच्ची को अपना निवाला बना लिया। इस घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। बच्ची का शव बरामद कर लिया गया है। गुलदार ने श्रीकोट गांव निवासी पुत्री जितेंद्र रावत की मासूम बेटी चार साल की बेटी रिया पर अचानक हमला कर दिया और उसे घसीटता हुआ ले गया। इस दौरान परिवार में हाहाकार मच गया। परिवार और आसपड़ोस के सभी लोगों ने बच्ची को ढ़ूंढना शुरू किया। बच्ची का शव घर से कुछ ही दूरी पर मिल गया है। मृतक बच्ची के परिवार का रो रो कर बुरा हाल है। इसके बाद घटना की सूचना वन विभाग को दे दी गई थी।

घटना के बाद स्थानीय जनता में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। लोगों का कहना है कि वन विभाग की लापरवाही के कारण क्षेत्र में लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं। ताजा घटना को लेकर लोगों का कहना है कि सूचना देने के बाद भी काफी देर तक भी वन विभाग के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे, जिससे ग्रामीणों का गुस्सा और भड़क गया।

इस बारे में कांग्रेस प्रदेश सचिव कवींद्र ईष्टवाल ने बताया कि उन्होंने तत्काल इस मामले की जानकारी वन मंत्री को दी, जिसके बाद डीएफओ को टीम के साथ भेजा गया, लेकिन उनके आने में 12 घंटे लग गए। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर नरभक्षी गुलदार को जल्द से जल्द गोली मारने का आदेश नहीं दिया गया, तो ग्रामीण मजबूरन अपनी सुरक्षा के लिए कदम उठाने के लिए बाध्य होंगे।

इष्टवाल ने आरोप लगाया कि वन विभाग केवल मुआवजा देकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेता है। उन्होंने बताया कि कई बार गुलदार दिखने की शिकायतें करने के बावजूद वन विभाग के अधिकारी यह कहकर टाल देते हैं कि जब तक कोई बड़ी घटना या मौत नहीं हो जाती, तब तक वे कुछ नहीं कर सकते।

क्षेत्र में जंगली जानवरों के बढ़ते आतंक से परेशान ग्रामीणों ने वन विभाग से कई मांगें की हैं:पेड़ों की कटाई: गांव के आसपास के अनावश्यक पेड़ों और झाड़ियों को तुरंत साफ किया जाए।टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल: गुलदार को पकड़ने के लिए ट्रैंक्विलाइजर और पिंजरों का उपयोग किया जाए।

जंगली जानवरों से फसलों को बचाने के लिए उचित बजट आवंटित किया जाए, ताकि किसान अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए बाड़ लगा सकें।ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही वन विभाग ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।

वहीं लैंसडाउन वन प्रभाग के डीएफओ जीवन दगड़े ने बताया कि यह क्षेत्र गढ़वाल वन प्रभाग के अंतर्गत आता है, जिसका चार्ज आजकल मेरे पास है। पोखड़ा के श्रीकोट में गुलदार ने शुक्रवार रात करीब साढ़े आठ बजे एक बच्ची पर हमला कर दिया था, जिसमें उसकी मौत हो गई, सूचना मिलने पर तुरंत विभागीय टीम को मौके के लिए रवाना किया गया। आज मैं खुद घटनास्थल पर पहुंचा जहां, पीड़ित परिवार से मुलाकात की और ग्रामीणों की सभी मांगों पर गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए जा रहे हैं और ट्रेंकुलाइज करने के आदेश दे दिए गए हैं। मौके पर टीम तैनात कर दी गई है। इसके अलावा वहां झाड़ियां कटान और बाकी की सुरक्षा व्यवस्था के आदेश दिए गए हैं।