उत्तराखण्ड न्यूज़करप्शन/क्राइम

जिला पंचायत पौड़ी का बहु चर्चित तदर्थ अभियंता निलंबित…

FacebookTwitterGoogle+WhatsAppGoogle GmailWeChatYahoo BookmarksYahoo MailYahoo Messenger

मीडिया लाइव, देहरादून: जिला पंचायत पौड़ी में सेवारत बहु चर्चित तदर्थ कनिष्ठ अभियंता को लंबे समय से चली आ रही शिकायतों और जाँचों में की गई संस्तुतियों के बाद आखिरकार निलंबित कर दिया गया है। सचिव चंद्रेश कुमार यादव ने निलंबन आदेश जारी कर, तदर्थ कनिष्ठ अभियंता को पंचायतीराज निदेशालय संबंद्ध किया है। निलंबित तदर्थ कनिष्ठ अभियंता पर विकास कार्यों में अनियमितता के लम्बे समय से कई आरोप लगते रहे हैं। जिनमें कमिश्नर स्तर तक की जाँच में उनके खिलाफ कार्रवाई की संस्तुतियां लंबित चल रही थी।

गौरतलब है कि गढ़वाल मंडल आयुक्त की जांच में जिला पंचायत के विकास कार्यों में 1.61 करोड़ की वित्तीय अनियमितता पहले ही सामने आ चुकी है। इसके अलावा आय से अधिक संपत्ति की मामले में विजिलेंस जांच भी गतिमान बताई जा रही ही। इतना ही नहीं निलंबित तदर्थ कनिष्ठ अभियंता से बीते माह जिला पंचायत पौड़ी के अभियंता का प्रभार भी हटा दिया गया है।

पंचायत राज विभाग से जुटाई गई जानकारी के मुताबिक जिला पंचायत पौड़ी में कनिष्ठ अभियंता के पद पर संविदा के तहत वसाल 2008 में सुदर्शन रावत की नियुक्ति हुई थी। इस बीच जिला पंचायत में नियमित अभियंता की तैनाती नहीं होने से या उनके राजनीतिक और शासनिक संबंधों के चलते वे अभियंता का प्रभार लेने में सफल रहे। इसी पहुंच के बूते उन्हें साल 2018-19 में विभाग में नियमित कनिष्ठ अभियंता के पद पर तदर्थ तैनाती दी गई। इसके बाद लगातार उनका नाम और काम करने का ढंग सवालों के घेरे में आता चला गया। जिसके चलते लगातार उनकी बिगड़ती कार्यशैली को देख कर कई स्थानीय लोगों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और यहां तक कि जिला पंचायत सदस्यों की तरफ से डीएम पौड़ी, गढ़वाल मंडल आयुक्त, पंचायतीराज निदेशक, सचिव, विधायक, मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक शिकायतें की गई।

वहीं जिला पंचायत प्रशासन द्वारा जनवरी 2012 से दिसंबर 2018 के बीच 20 करोड़, 20 लाख 57 हजार से अधिक की नकद दी गई धनराशि में 84.27 लाख की धनराशि स्वयं व पत्नी के खाते में जमा करना, विकास कार्यों में वित्तीय अनियमितता सहित अनेक आरोप हैं। आय से अधिक संपत्ति को लेकर विजीलेंस जांच गतिमान है। गढ़वाल मंडल आयुक्त की जांच में जिला पंचायत पौड़ी में विकास कार्यों में 1 करोड़ 61 लाख की वित्तीय अनियमतता की पुष्टि भी हो चुकी है।

इस पूरे प्रकरण पर मीडिया के पूछे जाने पर पंचायती राज सचिव उत्तराखंड शासन चंद्रेश कुमार यादव ने बताया कि जिला पंचायत पौड़ी में सेवारत तदर्थ कनिष्ठ अभियंता सुदर्शन रावत को वित्तीय अनियमितताओं सहित अन्य आरोपों के चलते तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही निलंबित कनिष्ठ अभियंता को पंचायतीराज निदेशालय संबंद्ध किया गया है। प्रकरण की विभागीय जांच के लिए जल्द ही एक कमेटी गठित की जाएगी।