गुप्ता बंधुओं पर कई और मुकदमें हुए दर्ज…
मीडिया लाइव, देहरादून: बिल्डर सतेंद्र सिंह साहनी आत्महत्या के मामले में गिरफ्तार अजय कुमार गुप्ता व उनके बहनोई अनिल कुमार गुप्ता के खिलाफ सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) में धोखाधड़ी के छह मुकदमे दर्ज हैं।
इसके अलावा पुलिस अब आरोपितों के मनी लांड्रिंग के पहलू की भी जांच कर रही है। आरोपितों के खिलाफ बढ़ाई गई जबरन वसूली व धोखाधड़ी की धाराओं में शनिवार को दोनों को कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस जल्द ही आरोपितों का रिमांड लेने के लिए भी प्रार्थना पत्र दायर कर सकती है।
उत्तराखंड से लेकर दक्षिण अफ्रीका तक साम्राज्य स्थापित करने वाले अजय कुमार गुप्ता व उसके बहनोई अनिल कुमार गुप्ता पर दून पुलिस शिकंजा कसती जा रही है। आरोपितों के खिलाफ पहले आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मामले में दोनों जेल में हैं। अब दो धाराओं के बढ़ने के साथ ही उनके बैंक खातों में हुई लेनदेन में भी जांच की जा रही है। दून पुलिस ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को पत्र लिखा है। ऐसे में ईडी भी जांच कर सकती है।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि अजय कुमार गुप्ता व उनके बहनोई अनिल कुमार गुप्ता के आपराधिक इतिहास की जांच करवाई गई तो पता चला कि दोनों के खिलाफ सहारनपुर में छह मुकदमे दर्ज हैं। यह सभी मुकदमे धोखाधड़ी, मारपीट व जान से मारने की धमकी देने से जुड़े हुए हैं।
थाना राजपुर में दर्ज मुकदमे में विवेचना के दौरान अजय कुमार गुप्ता व अनिल कुमार गुप्ता की ओर से आवासीय परियोजना में जिन कंपनियों से धनराशि स्थानांतरित की गई है वह शैल कंपनी की हो सकती है। इसमें कंपनी में विभिन्न माध्यमों से धनराशि के संदिग्ध ट्रांजेक्शन के संबंध में मनी लांड्रिंग की संभावना भी जताई जा रही है। ऐसे में इसकी विस्तृत जांच के लिए ईडी से पत्राचार भी किया गया है।