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राष्ट्रपति ने प्रदेश वासियों को दी राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएँ, शाहीदों को किया नमन !

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मीडिया लाइव, देहरादून : राज्य स्थापना दिवस के मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अपने सम्बोधन में अलग राज्य के लिए यहाँ की महिलाओं के योगदान को याद किया। उन्होंने अलग राज्य व उसकी पहचान और स्थापना के लिए संघर्ष करने वाली स्वर्गीय सुशीला बलूनी और देश की आजादी के लिए बिशनी देवी शाह के स्वाधीनता संग्राम के दौरान असाधारण साहस को याद किया। इसके अलावा राज्य के तमाम शहीद आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि दी। वहीं लोगों को राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी।

इतना ही नहीं राष्ट्रपति ने कहा माउंट एवरेस्ट पर हमारा राष्ट्रीय ध्वज फहराने वाली प्रथम महिला बछेन्द्री पाल और पेड़ों को बचाने के लिए युद्ध-स्तर पर संघर्ष करने वाली गौरा देवी जैसी उत्तराखंड की महिलाओं ने पूरे देश के लिए आदर्श प्रस्तुत किए हैं। हाल ही में उत्तराखंड की बेटी वंदना कटारिया ने एशियन गेम्स में शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि ऐसी महिलाओं ने उत्तराखंड की संस्कृति को मजबूत बनाया है। कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023 को अनुमति प्रदान करते समय मुझे विशेष प्रसन्नता हुई थी क्योंकि वह अधिनियम उत्तराखंड सहित हमारे देश की बहनों और बेटियों के लिए राष्ट्र-निर्माण में उच्च-स्तरीय योगदान देने हेतु मार्ग प्रशस्त करता है।

राष्ट्रपति ने अपने सम्बोधन में कहा कि पिछले वर्ष दिसंबर के महीने में मुझे उत्तराखंड की यात्रा करने का सुअवसर मिला था। उत्तराखंड में आने का प्रत्येक अवसर तीर्थ-यात्रा का पुण्य प्राप्त करने की तरह होता है। उत्तराखंड की इस देव-भूमि से मैं सभी देशवासियों के लिए दीपावली की अग्रिम शुभकामनाएं व्यक्त करती हूं।