हेल्थ-केयर

अब देहरादून में भी उपलब्ध है दन्त चिकित्सा में याल्ड-3D इमेजिन तकनीक, रोगों का पता लगाने और समझने में होती है आसानी

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मीडिया लाइव, देहरादून: राजधानी में दन्त चिकित्सा के क्षेत्र में लगातार नई तकनीक का उपयोग देखने को मिल रहा है. इससे रोगियों की समस्या को बारीकी से समझने में चिकित्सकों को मदद मिलती है और इसका आखिरी लाभ मरीज को होता है.

यहां हम जिस तकनीक की बात कर रहे हैं उसे याल्ड 3D इमेजिन तकनीक कहते हैं. देहरादून के वरिष्ठ नामी दन्त चिकित्सक डॉ. नितेश काम्बोज इसे दन्त रोगियों की गम्भीर समस्यासों को कम समय में बेहतर ढंग से समझने और मर्ज का सही इलाज करने और कराने में बेहद उपयोगी बता रहे हैं. उनका कहना है कि ! यह तकनीक भले ही अब तक अन्य तरह के रोगियों के डायग्नोस करने में कारगर मानी जाती रही है, लेकिन अब इसका उपयोग दन्त चिकित्सा में बहुत तेजी से हो रहा है. इसमें अब तक जो तकनीक अपनाई जा रही थी जैसे एक्स-रे, एमआरआई, सिटी स्कैन आदि यह उसमे सबसे लेटेस्ट है. इससे पूरे जबड़े के अंदरूनी हिस्सों को 3D इमेज में बहुत ही स्पष्ट और बारीकी से देखा और समझा जा सकता है. साथ ही मरीज और तीमारदार को समझाने में आसानी होती है. यह मुँह के अंदर के किसी भी हिस्से को तीन तरफ से बहुत ही शानदार तरीके से पिक्चराइज कर लेता है.

इसे आप आसानी से समझने के लिए यह मान लीजिए कि अब तक सीटी स्कैनर और मैमोग्राफी उपकरणों के बाद यह तकनीक 3 डी मेडिकल इमेजिंग के साथ, स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों और मरीजों के लिए अब कई ऐंगल से बीमारी की डिटेल को जानने में सहायक सिद्ध हो रही है.यह”आधुनिकटीम तकनीक 3 डी रेडियोलॉजी की संस्कृति का हिस्सा है। यह दाँतों की जड़ तक पहुंचने वाली रक्त वाहिकाओं और मसूड़ों व अन्य हिस्सों की इमेज की एक स्पष्ट तस्वीर खींचता है और इससे इलाज में बेहतर परिणाम मिलते हैं. उनका कहना है कि आज तकनीक ने मरीजों के लिए कई जोखिम कम कर दिए हैं और मरीज को इसका लाभ जरूर लेना चाहिए. इसके अलावा वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डॉ. महेश कुड़ियाल ने कहा कि हेल्थ सेक्टर में कंप्यूटर टेक्नोलॉजी और रेडियोलोजी की तकनीक के आने और उपयोगिता से गंभीर रोगों को समझने और उसका इलाज वक्त पर करने से मरीजों की जिंदगी बचाने में कम जोखिम उठाना पड़ता है और कई तरह की सहूलियत चिकित्सक और मरीज दोनों को होती है। वहीं वरिष्ठ आंदोलनकारी और राजनीतिक और सामाजिक चिंतक रविन्द्र जुगराना का कहना है कि देहरादून शहर में इस तरह की आधुनिक सुविधाओं का होना आमजनमानस के लिए फायदेमंद है, ताकि लोगों को बड़े महानगरों के चक्कर न काटने पड़ें।