उत्तराखण्ड न्यूज़करप्शन/क्राइमनेशनल ग्लोबल न्यूज़

अमृत पाल के नेपाल भागने की संभावना को देखते हुए उत्तराखण्ड पुलिस ने बढ़ाई सतर्कता !

FacebookTwitterGoogle+WhatsAppGoogle GmailWeChatYahoo BookmarksYahoo MailYahoo Messenger

खटीमा: खालिस्तानी समर्थक और वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख अमृतपाल और उसके चार साथियों की तलाश में पंजाब पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है। बावजूद इसके उसका कोई सुराग नहीं लग पा रहा है। वहीं पंजाब पुलिस को इस तरह की सूचना भी मिली है कि अमृतपाल और उसके चार साथी नेपाल भाग सकते हैं। ऐसे में उत्तराखंड में नेपाल से लगे सीमावर्ती क्षेत्रों में पुलिस ने चेकिंग बढ़ा दी है ऊधमसिंह नगर जिले के यूपी और नेपाल बॉर्डर एरिया में अमृतपाल और उसके चार साथियों के जगह-जगह पोस्टर लगाए गए हैं।

पुलिस के भगोड़ा घोषित अमृतपाल और उसके चार साथियों को लेकर उत्तराखंड पुलिस हाई अलर्ट पर है। जैसे ही उत्तराखंड पुलिस को ये सूचना मिली कि अमृतपाल अपने साथियों के साथ नेपाल भागने की फिराक में है, तो उसने नेपाल बॉर्डर पर चेकिंग बढ़ा दी है। उत्तराखंड के उधमसिंह नगर और चंपावत जिले नेपाल बॉर्डर से लगे हुए हैं। ऐसे में नेपाल बॉर्डर इलाके में उत्तराखंड पुलिस खास एहतियात बरत रही है। होटल और गेस्ट हाउस के अलावा सभी सार्वजनिक स्थनों पर अमृतपाल की तलाश में विशेष चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।

ऊधम सिंह नगर एसएसपी अपनी टीम के साथ नेपाल सीमा से लगे नानकमत्ता, खटीमा और झनकईया थाना क्षेत्रों में गश्त कर रहे हैं। जगह-जगह अमृतपाल और उसके साथियों के पोस्टर भी लगाए गए हैं। साथ की पुलिस की तरफ से लोगों से अपील भी की जा रही है कि यदि उन्हें कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दे तो तत्काल इसकी सूचना उन्हें दें. पुलिस उनकी जानकारी गोपनीय रखेगी. इसके अलावा पुलिस की तरफ से साफ किया गया है कि यदि किसी भी व्यक्ति ने खालिस्तानी समर्थकों की मदद की या फिर उनको शरण देने का प्रयास किया तो उन्हें भी इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।

खालिस्तानी समर्थक और वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख अमृतपाल के खिलाफ पंजाब पुलिस ने लुक आउट नोटिस और गैर-जमानती वारंट भी जारी किया है। सुरक्षा एजेसिंयों ने सभी एयरपोर्ट को अलर्ट रहने के लिए कहा है। पंजाब पुलिस बीते चार दिनों से अमृतपाल और उसके साथियों की तलाश में इधर-उधर हाथ पैर मार रही है, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग पा रहा है।

डीआईजी कुमाऊं आनंद नीलेश भरणे ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि अमृत पाल सिंह और उसके चार फरार साथियों की नेपाल भागने की संभावनाओं के चलते सीमावर्ती इलाकों में उनके पोस्टर लगाए हैं। साथ ही गहन चेकिंग की जा रही है। साथ स्थानीय लोगों को भी आगाह किया जा रहा है कि ऐसे किसी भी व्यक्ति की मदद करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।