यूक्रेन से वापस लौटी छात्रा ने बताई आप बीती !

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मीडिया रिपोर्ट्स : यूक्रेन के वेलेंटसिया से वापस लौट कर आईं एमबीबीएस छात्रा तेजस्विता बताती हैं कि उनके आने के बाद सारी फ्लाइटें बंद कर दी गईं. कीव शहर में सेना लगा दी गई है. वहां ब्लास्ट हो रहे हैं. लोग भाग रहे हैं और अफरा-तफरी का माहौल है. हर ओर मौत का ही तांडव दिखाई दे रहा है. बहुत ही बुरे हाल बने हुए दिखाई दे रहे हैं. कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर उसके जो साथी यूक्रेन में फंसे हुए हैं वे कैसे वापस आएंगे. केवल यही चिंता सता रही है.

सुनाई आपबीती
तेजस्विता का कहना है कि सरकार को उसकी अन्य साथियों को हवाई यात्रा का किराया कम करके वापस बुलाने का इंतजाम करना चाहिए. भारतीय दूतावास के जरिये कोई सही और सटीक जानकारी नहीं मिल पा रही है. हकीकत नहीं बताई जा रही है. अभी भी 15,000 के आसपास मेडिकल छात्र फंसे हुए हैं. हमेशा सभी को जूते पहन कर रहना पड रहा है. जैसे ही साइरन बजता है वैसे ही सबको बंकर में जाना होता है. खाने पीने का कोई इंतजाम नहीं है. लोन के जरिये पढने वाले छात्रो की जान मुश्किल में फंसी हुई है. किसी भी छात्र के परिजन 80 हजार तक हवाई किराया खर्च करके बुलाने की स्थिति में नहीं है. जंग के मौहाल में वापस आने पर वो अपने आप को लकी और सेफ मानती हैं.

कैसे वापस लौट पाईं
तेजस्विता बुधवार की शाम को वेलेंटसिया से कीव हवाई अड्डे पर पहुंच गई थीं. उसके बाद ही यूक्रेन सरकार ने कर्फ्यू का ऐलान कर दिया था. वहां रूस ने हमला कर दिया था. तेजस्विता की मां अनीता इटावा में शिक्षिका के साथ ही समाजवादी पार्टी की नेत्री भी है. अनीता समाजवादी पार्टी की महिला सभा की उत्तर प्रदेश ईकाई की प्रमुख महासचिव हैं. तेजस्विता यादव यूक्रेन में युद्ध शुरू होने से चंद घंटे पहले ही फ्लाइट से उज्बेकिस्तान पहुंच गईं. वे वहां मेडिकल की पढ़ाई कर रही हैं.