हादसे वाली बस में थी ओवर लोडिंग ? फिटनेस थी वैलिड!
अल्मोड़ा जिले के मारचूला बस हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई हादसे में घायल कई लोगों का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। बीते दिन बस पौड़ी से रामनगर जा रही थी, तभी रास्ते में बस अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। हादसे के बाद पौड़ी आरटीओ प्रवर्तन द्वारिका प्रसाद ने जानकारी दी है। आरटीओ पौड़ी ने बताया कि बस संख्या UK12PA 0061 पौड़ी जिले के परिवहन विभाग में रजिस्टर्ड वाहन है, वाहन का फिटनेस 12 मार्च 2025 तक वैध है। जबकि उन्होंने बस में ओवरलोडिंग की बात भी कही।
मीडिया लाइव, पौड़ी: पहली नज़र में अल्मोड़ा जनपद की सीमा से गुज़र रही हादसे वाली बस के बारे में ओवर लोडिंग की बात सामने आ रही है। माना जा रहा है कि इस ओवर लोडिंग या बस में हुई बेतहाशा भीड़ की वजह गंतव्य से लौट रही बस में पौड़ी जिले के सीमावर्ती नैनीडांडा विकास खंड के ग्रामीण दीपावली की छुट्टी के बाद सोमवार को रामनगर, काशीपुर, हल्द्वानी और दिल्ली को लौट रहे थे। त्योहारी सीजन पर ऐसी भीड़ होना पहाड़ों में स्वाभाविक रहता है, जिसकी वजह अक्सर वाहनों की कम उपलब्धता रहती है। यात्री भी किसी भी हालात में सफर करने को मजबूर रहते हैं। लोगों के बीच यह चर्चा पूर्व में हादसों को याद करते हुए तेजी से सामने आ रही है। सामान्य परिस्थितियों में भी कई बार इस तरह की भीड़ सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था में देखी जाती रही है। हादसों के बाद इस दिशा में मुस्तैदी दिखाने के प्रयास होते हैं। कुछ जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई होती है, लेकिन असल वजहों पर किसी की ध्यान नहीं देता, लिहाजा बार बार ऐसी घटनाएं सामने आ जाती हैं। सोमवार को हुए इस हादसे ने कई पुराने घाव ताजे कर दिए हैं। अब खबर विस्तार से …
आरटीओ प्रवर्तन पौड़ी ने बताया कि वाहन अल्मोड़ा जनपद में दुर्घटनाग्रस्त हुआ है, उसकी फिटनेस वैध थी। उन्होंने पूछे जाने पर मीडिया को बताया कि वाहन 42 सीटर था, जिसमें अधिक लोग बैठे हुए थे। घटना किन कारणों से हुई है विभाग इसकी जांच करेगा। विदित है कि आज अल्मोड़ा जिले के सल्ट में हुए बस हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई। वहीं 27 घायलों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
बस पौड़ी जिले के सीमांत नैनीडांडा विकास खंड के किनाथ क्षेत्र से रामनगर की तरफ जा रहा थी, तभी अचानक अनियंत्रित होकर वाहन गहरी खाई में जा गिरा। जिसके बाद बड़ी संख्या में लोगों को जानें चली गईं । घटना के बाद पूरे प्रदेश में शोक की लहर है। वहीं मामले में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पौड़ी और अल्मोड़ा के संबंधित क्षेत्र के एआरटीओ प्रवर्तन को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं। साथ में सीएम ने मृतक परिजनों को 4-4 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करने के निर्देश दिए। वहीं आयुक्त कुमाऊं मंडल को घटना की मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दिए हैं।डीएम पौड़ी ने दुर्घटना का संज्ञान लेते ने तत्काल जिला आपदा परिचालन केंद्र में संबंधित अधिकारियों की बैठक बुलाकर दुर्घटना में प्रभावित यात्रियों की राहत एवं बचाव कार्य को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
अल्मोड़ा के सल्ट में जिस जगह ये बस हादसा हुआ है वहां की सड़क की स्थिति भी कुछ खास नहीं है। इस रोड पर भी जगह जगह गड्ढे हैं। हालांकि अभी तक अल्मोड़ा बस हादसे की वजह सामने नहीं आ पाई है। इसके बाद भी प्रदेश में सड़कों की स्थिति पर ध्यान देने की जरूरत है। प्रदेश में सड़क हादसों की मुख्य वजह ओवर स्पीडिंग, ओवरलोडिंग, सड़कों के गड्ढे, तीव्र मोडो पर साइन बोर्ड का ना होना, ड्रिक एंड ड्राइव, ड्राइवर को नींद की झपकी आना है. सरकार के साथ ही संबंधित विभाग को समय समय पर प्रदेश की सड़कों की स्थिति पर ध्यान देने की जरूरत है।
अल्मोड़ा बस हादसे की पहली वजह जो निकल कर सामने आ रही है वह ओवरस्पीडिंग दिख रही है। इसके बाद बस का ओवरलोड होना भी इस सड़क हादसे की दूसरी सबसे बड़ी वजह है। इसके बाद सड़क हादसे वाली जगहों पर पैराफिट और क्रैश बैरियर भी नहीं थे। अगर घटना वाली जगह पर ये होते तो बड़ा हादसा होने से रोका जा सकता था। इसके साथ ही यहां पर सड़क हादसे वाली जगह पर रोड की स्थिति भी कुछ खास नहीं हैं। यहां सड़कों पर गड्ढे हैं। जिस पर काम करने की जरूरत है।