प्रशिक्षण को गंभीरता से लें प्रशिक्षु राजस्व उपनिरीक्षक : DM

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मीडिया लाइव : जनपद में ट्रेनी राजस्व उप निरीक्षकों को मई से जुलाई तक व्यवहारिक प्रशिक्षण तहसीलों और राजस्व पटलों में दिया जायेगा। इससे पूर्व आज कलक्ट्रेट के बहुउददेशीय हाल में राजस्व उप निरीक्षकों के लिए एक दिवसीय अभिमुखीकरण वर्कशॉप का आयोजन किया गया। कार्यशाला में डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट  नितिन सिंह भदौरिया ने कहा कि राजस्व उप निरीक्षक राजस्व विभाग की सबसे छोटी इकाई एवं विभाग की रीढ़ होते है अगर यह मजबूत होगी तभी सारा प्रशासन मजबूत होगा।

उन्होंने राजस्व उप निरीक्षकों से कहा  कि अगले तीन माह में जो व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जायेगा उसको बेहद गंभीरता से लेने की जरूरत है. इसके अलावा मन में किसी भी तरह की शंकायें पैदा हों उनका समाधान इसी दौरान करलिया जाना चाहिए.  डीएम ने  कहा कि सभी प्रशिक्षार्थियों को कम्प्यूटर का व्यवहारिक ज्ञान होना बहुत जरूरी है. मौजूदा वक्त में सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए कम्प्यूटर सबसे जरूरी माध्यम है. इसमें किसी तरह की देरी परेशानी का सबब बन सकती है. उन्होंने कहा कि जनपद में अनेक अनुभवी अधिकारी एवं कार्मिक हैं, जिनके अनुभव का फायदा लेकर राजस्व उप निरीक्षक बहुत कुछ सीख सकते है। जिलाधिकारी ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न राजस्व पटलों की कार्यविधि से भी राजस्व उपनिरीक्षकों को प्रशिक्षण दिया जायेगा साथ ही विभिन्न तहसीलों में भी इन्हें व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस अवसर पर संस्थान के कार्यकारी निदेशक श्रीष कुमार,  उप जिलाधिकारी सदर सीमा विश्वकर्मा, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी मनोहर लाल, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी राजेश तिवारी, आपदा प्रबन्धन अधिकारी राकेश जोशी सहित कलैक्ट्रेट के विभिन्न पटलों के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा राजस्व उपनिरीक्षकों को अनेक विषयो के बारे में बताया गया। इस अवसर पर राजस्व उप निरीक्षकों ने आपदा प्रबन्धन विभाग के नियन्त्रण कक्ष में जाकर वहाॅ की कार्यविधि का भी अवलोकन किया।