लापरवाह अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी
मीडिया लाइव, अल्मोड़ा : विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान ने सर्किट हाउस में हुई विभिन्न विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि स्थलीय निरीक्षण कर लम्बित योजनाओं व कार्यों का स्वयं अनुश्रवण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कई योजनाओं व मोटर-मार्गों के लम्बे समय से लम्बित रहने पर कड़ी नाराजगी जताई और कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिये कि कार्यों में लापरवाही को गम्भीरता से लेते हुए सम्बन्धित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। विधानसभा उपाध्यक्ष ने कहा कि लोक सेवक व जन सेवक दोनो का कार्य जनता को सुविधा देना होता है। जनता को असुविधा न हो इसका विशेष ध्यान रखना होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में आचार संहिता समाप्त हो चुकी है सभी निर्माणदायी संस्थायें विकास कार्यों में तेजी लायें।
लो.नि.वि. की समीक्षा में उन्होंने कहा कि जगह-जगह सड़कों में गडडे बन गये है जिससे आम आदमी को बहुत परेशानी हो रही जून माह के अन्त तक सड़कों को गडडा मुक्त करने के निर्देश दिये साथ ही ससमय नालियों व कलर्वट को खोलने के निर्देश दिये। विधानसभा उपाध्यक्ष ने बल्टा-भल्यूड़ा मोटर मार्ग में तत्काल आपत्तियों का निराकरण करते हुए कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिये। डोबा-चैसली मोटर मार्ग में खराब डामरीकरण की शिकायत पर उन्होंने अधीक्षण अभियन्ता को स्वयं निरीक्षण करते हुए 30 जून तक दोबारा डामरीकरण करने के निर्देश दिये। उन्होने लिंक रोड व अन्य मार्गों में बने गडडो को तत्काल ठीक करने के निर्देश दिये। विभिन्न स्थानों पर पेड़ जो मोटर मार्ग व लोगो के लिए खतरा बने हैं उन्हें वन विभाग के अधिकारियों के साथ संयुक्त निरीक्षण कर पेड़ों के कटान करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। इसके अलावा उन्होंने डीनापानी-मटेला, गुरना-सल्यूड़ी, शीतलाखेत-स्याहीदेवी, माट-मटेना सहित विभिन्न मोटर मार्गों की अद्यतन स्थिति जानी और अधिकारियों को निर्देश दिये कि यथाशीघ्र कार्य प्रारम्भ करें साथ ही गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जाय।
विधानसभा उपाध्यक्ष ने जल निगम/जल संस्थान के अधिकारियों को वर्तमान में पेयजल किल्लत को ध्यान रखते हुए समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि समय-समय पर टैंकरों से पानी उपलब्ध कराया जाय। इस अवसर पर उन्होंने चल रही विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। अधिशासी अभियन्ता ने बताया कि वर्तमान में 18 पेयजल योजनाओं के प्रस्ताव शासन में लम्बित है। इस पर विधानसभा उपाध्यक्ष ने कहा कि वे स्वयं शासन में वार्ता करेंगे। उन्होंने देवलीखान पम्पिंग योजना, सिमली पम्पिंग योजना व अन्य योजनाओं की जानकारी ली। रौनडाल में पेयजल किल्लत पर उन्होंने अधिकारियों को निरीक्षण करते हुए जिला योजना से प्रस्ताव रखने के निर्देश दिये। राजपुरा क्षेत्र में पेयजल की भारी दिक्कत को देखते हुए वहा भी जिला योजना के माध्यम से सुधारीकरण हेतु प्रस्ताव रखने के निर्देश दिये चीनाखान में भी पेयजल दिक्कत को देखते हुए पेयजल लाईन का सुधारीकरण कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अवैध पम्पों का निरीक्षण करते हुए तत्काल उस पर कार्यवाही करें।
इस अवसर पर उन्होने पीएमजीएसवाई के अधिकारियों से भी विभिन्न मोटर मार्गों की समीक्षा करतें हुये अधिकारियों को कार्यों मे गुणवत्ता लाने के निर्देश दिये। उन्होने इस दौरान पपरसैली-बल्टा, सिरोनिया-डालाकोट, सुपईखान-बमनतिलाड़ी और मंगलता-त्रिनैली आदि मोटर मार्गो की समीक्षा की और कहा कि जो मोटर मार्ग अधूरे है उनमें यथाशीघ्र कार्य प्रारम्भ कर दिया जाय। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मनुज गोयल, मुख्य अभियन्ता पी.एम.जी.एस.वाई. जी.एस. पांगती, अधीक्षण अभियन्ता पी.एम.जी.एस.वाई. योगेश लाल, अधीक्षण अभियन्ता लोक निर्माण डी.एस. हंयाकी, अधीक्षण अभियन्ता जल संस्थान के.एस. खाती, अधिशासी अभियन्ता के.सी. आर्या, बी.सी. पंत, के.डी. भटट, भाजपा नगर अध्यक्ष कैलाश गुरूरानी, महामंत्री रवि रौतेला, महेश नयाल, विनीत बिष्ट, अमित जोशी, धमेन्द्र बिष्ट के अलावा विभिन्न विभागो के अधिकारी उपस्थित थे।