मोदी बोले मेरा निजी नुकसान
केंद्रीय पर्यावरण राज्य मंत्री अनिल माधव दवे की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है। मौत दिल्ली के एम्स में हुई. वे एक अच्छे पर्यावरणविद थे. उन्होंने नर्मदा नदी को लेकर मुहिम भी चलाई। भोपाल में अपने घर का नाम भी उन्होंने नदी का घर रखा है, जिसे लोगों के लिए एक संग्राहलय के रूप में खोला गया है। गौरतलब है कि अनिल माधव दवे अविवाहित थे और उन्हें चुनाव प्रबंधन में महारत हासिल थी। भाजपा संगठन को मजबूत करने में अनिल माधव दवे ने अपनी बेहद ख़ास भूमिका निभाई।
एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ”बड़े भाई, घनिष्ठ मित्र अनिल माधव दवे के असामयिक निधन से हैरान हूं। यह निजी क्षति है। दवे जी के रूप में देश ने एक सच्चा देशभक्त और मां नर्मदा का सपूत खो दिया है। इसकी भरपाई कभी नहीं हो सकेगी।”
छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह ने भी दुख जाहिर किया। उन्होंने कहा, ”अनिल दवे जी के अचानक निधन से दुखी और हैरान हूं। शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं, ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दें। कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, “दवेजी के निधन से मध्यप्रदेश ने एक श्रेष्ठ पर्यावरणविद और सुलझा हुआ राजनेता खो दिया| मेरी विनम्र श्रद्धाजंलि।