देहरादून की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर डीएम को दिया ज्ञापन …

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मीडिया लाइव, देहरादून : देहरादून में लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था पर प्रदेश के विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक और आंदोलनकारी संगठनों ने देहरादून के डीएम को एडीएम प्रशासन के जरिये ज्ञापन सौंपा। इन तमाम संगठनों ने ज्ञापन में देहरादून में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर नियन्त्रण लगाने का डीएम से अनुरोध किया गया है।

ज्ञापन में कहा गया है कि बिगड़ती कानून व्यवस्था के कारण यहाँ नशाखोरी, महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा आम बात हो गई है। बीते रोज रायपुर थाना क्षेत्रा में एक युवती के साथ हुई दुष्कर्म की घटना पर चिंता जाहिर की गयी। डीएम को लिखा गया है कि अपराधियों के हौसले दिन ब दिन बुलंद हो रहे हैं। ज्ञापन में सीधा आरोप लगाया गया है कि देहरादून शहर में कुछ सत्ता से जुड़े संगठन आये दिन कानून व्यवस्था को चुनौती देते हैं। जिससे शहर में भय और डर का माहौल बनता जा रहा है।

इससे पहले शहीद स्थल पर एक सामूहिक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें वक्ताओं ने देहरादून में महिलाओं के खिलाफ बढ़ रही हिंसा की घटनाओं पर रोकने के लिऐ कारगर कदम उठाने, रायपुर युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किये जाने की मांग की गयी। इसके अलावा बैठक में नशे के व्यापार में लिप्त असमाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने और आईएसबीटी से लेकर रायपुर की सामूहिक बलात्कार की घटना के पीछे बढ़ाते नशे को जिम्मेदार बताया गया।

बढ़ती नशाखोरी से महिलाओं के खिलाफ हिंसा की मामले बढ़ रहे हैं। जिसके लिए सीधे तौर पर प्रशासन और पुलिस को जवाबदेह बनाने मांग की गयी। जिसके लिए डीएम से सख्त निर्देश जारी करने का आग्रह किया गया है।

बैठक में यह भी कहा गया कि कुछ समय पहले मुख्यमंत्री ने पुलिस को गश्त बढ़ाने और नशे के खिलाफ सख्त अभियान चलने के साथ ही अपराधियों पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये थे, बावजूद इसके पुलिस द्वारा सत्यापन के नाम‌ पर कमजोर लोगो को तंग किया जा रहा है, जबकि बड़े दोषियों और कानून व्यवस्था को चुन्नौति दे रहे लोगों पर कार्यवाही नहीं की जा रही है। ऐसे लोग लगातार प्रदेश की कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

ज्ञापन देने वालों में सीपीआईएम से अनंत आकाश, आरयूपी से नवनीत गुसाईं, अमित परमार, सामाजिक कार्यकर्ता दीप्ति रावत, बाबेश बवानिया, यूकेडी से शांति प्रसाद भट्ट, प्रमिला रावत, रामपाल, आंदोलनकारी परिषद से चिंतन सकलानी, सुरेश कुमार, सुभागा फरसवाण, राज्य आंदोलनकारी मनोज ध्यानी, नेता जी संघर्ष समिति से प्रभात डंडरियाल आदि उपस्थित रहे।