MEDIA LIVE : फ़ौजी से मिली प्यार में बेवफाई, तो युवती ने देदी जान !
मीडिया लाइव, देहरादून : इश्क में लोग क्या नहीं कर गुजरते । यहां तक कि कई मामले जान देने तक की सीमा से गुजरने वाले भी सामने आ जाते हैं। प्रेमी या प्रेमिका से मिली बेवफाई या उसे पाने की हसरत पूरी न होने पर कई लोग इस दुनिया से ही रुखसत होने में भला समझते हैं। ऐसा ही कुछ यहां हुआ है।
यहां एक फौजी से प्यार में धोखा पाकर एक युवती ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला खत्म कर दी। दो साल पहले दोनों के बीच सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम पर प्यार हुआ और बात शादी के वादों तक पहुंच गई। इस बीच फौजी का शादी कहीं और तय हो ।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक घटना के दिन फौजी छुट्टी लेकर लड़की से मिलने आया था। इस दौरान उसने युवती से रिश्ता खत्म करने की बात कही। इससे दुःखी होकर युवती ने अपनी जान देदी। पुलिस ने आरोपी को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस पूछताछ में उसने बताया की आकांक्षा और उसकी पहचान इंस्टाग्राम पर दो साल पहले हुई थी। दोनों एक-दूसरे से प्यार करने लगे। दोनों ने शादी का वादा भी कर लिया। मगर, नवंबर 2021 में उसका किसी और के साथ रिश्ता तय हो गया। इसके बाद वह आकांक्षा से दूरी बनाने लगा। घटना के दिन भी वह उसे समझाने आया था। वह उसे बिंदाल पुल के पास मिला और किराये के स्कूटर पर बैठाकर घुमाने ले गया।
राजपुर रोड पर एक होटल में तीन घंटे दोनों साथ रहे। यहां उसने आकांक्षा से कहा कि वह उससे शादी नहीं कर सकता है। न ही इसके बाद मिलने आएगा। अब सब खत्म हो गया। इसके बाद उसने बिंदाल पुल के पास आकांक्षा को छोड़ दिया। पुलिस के अनुसार, यहां से वह नहीं गई बल्कि टावर पर चुनरी से फंदा लगाकर जान दे दी।
एसपी सिटी सरिता डोबाल ने बताया कि घटना 29 अगस्त की है। आकांक्षा मैंदोला पुत्री नागेंद्र प्रसाद मैंदोला निवासी यमुना कॉलोनी यूजेवीएनल में संविदा पर काम करती थी। उस दिन वह दोपहर एक बजे छुट्टी लेकर घर जाने के लिए कहकर निकल गई। शाम तक जब घर नहीं पहुंची तो परिजनों को चिंता हुई।
उन्होंने पुलिस को सूचना दी तो युवती के मोबाइल की लोकेशन निकलवाई गई। लोकेशन के आधार पर पुलिस कौलागढ़ क्षेत्र में एक हाईटेंशन लाइन के टावर तक पहुंची। यहां युवती का शव पड़ा मिला। उसकी पहचान नागेंद्र मैंदोला ने अपनी बेटी आकांक्षा के रूप में की। युवती के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने दुष्कर्म के बाद हत्या करने का मुकदमा दर्ज कर लिया, लेकिन पोस्टमार्टम में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई। इसके बाद पुलिस ने टीमें बनाकर जांच शुरू की। इसमें मोबाइल डिटेल निकालने पर संबंधित मामले में जानकारियां टटोली गईं, जिसके आधार पर पुलिस आरोपी को टिहरी से गिरफ्तार करके देहरादून लेकर आई। पता चला कि उसके मोबाइल पर एक नंबर से 60 से 70 बार कॉल आई है। इस नंबर से कई दिनों तक कॉल आई। यह नंबर पपेंद्र सिंह निवासी मौगी, कैंपटी, जिला टिहरी गढ़वाल का निकला। पता चला कि वह आर्मी के कोर ऑफ सिग्नल जयपुर में तैनात है और इन दिनों छुट्टी पर आया है। पुलिस ने तत्काल उसे टिहरी पहुंचकर हिरासत में ले लिया। उससे थाने लाकर पूछताछ हुई तो सारी कहानी खुल गई। उन्होंने बताया कि मुकदमे को अब आत्महत्या के लिए उकसाने में तरमीम कर दिया गया है।