MEDIA LIVE: इंसानों में किया गया सूअर की किडनी का सफल ट्रांसप्लांट !
MEDIA LIVE INTERNATIONAL MEDICAL SCIENCE NEWS
मीडिया लाइव: मेडिकल साइंस की दुनिया में एक ऐसा कारनामा हुआ है जिसको सुनकर लाखों मरीजों के चेहरे पर मुस्कान आ सकती है। मेडिकल साइंस ने ऐसा ही कुछ कारनामा कर दिखाया है। डॉक्टरों ने सूअर की किडनी को इंसान के शरीर में ट्रांसप्लांट किया है। प्रयास पहले भी हुए लेकिन सफल नहीं रहा, लेकिन इस बार डॉक्टरों को बड़ी कामयाबी मिली है।
ये भी पढ़ें : MEDIA LIVE : भाजपा डूबता जहाज, कौन बैठना चाहेगा : नेता प्रतिपक्ष
किडनी डोनर न मिलने से हर साल करीब 5 लाख मरीजों को गंवानी पड़ती है जान.
अमेरिका में पहली बार सूअर की किडनी को इंसान के शरीर में किया गया ट्रांसप्लांट.
अमेरिका में लगभग 107,000 लोग अंग प्रत्यारोपण की कर रहे हैं इंतजार.
मेडिकल साइंस पर आधारित एक रिपोर्ट के मुताबिक, हर साल भारत में डोनर न मिल पाने की वजह से लगभग 5 लाख लोग दम तोड़ देते हैं। आखिरी समय तक मरीज को डोनर का इंतजार रहता और वह इंतजार ही रह जाता है। सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के और देशों में भी यही हाल है। वहीं इस बीच एक ऐसी खबर आई है जो लाखों लोगों के लिए उम्मीद की किरण बन सकती है। अमेरिका USA में दुनिया में पहली बार सूअर PIG की किडनी को इंसान के शरीर में ट्रांसप्लांट किया गया है। खास बात यह है कि यह सफलता पूर्वक अपना काम भी कर रही है।
ये भी पढ़ें : MEDIA LIVE : केंद्रीय गृह मंत्री एयरपोर्ट पर ही लेंगे आपदा को लेकर अधिकारियों की बैठक
पहले कई बार ऐसा करने की कोशिश हुई, लेकिन यह सफल नहीं हो सका, लेकिन अब जाकर आखिरकार डॉक्टरों को इसमें बड़ी सफलता हासिल हुई है। दरअसल न्यूयॉर्क शहर के एनवाईयू लैंगोन हेल्थ मेडिकल सेंटर के सर्जनों ने ये कारनामा कर दिखाया है। रिपोर्ट के मतबिक सूअर की यह किडनी इंसान के शरीर में सफलतापूर्वक काम भी कर रही है। इस सफल प्रत्यारोपण से आने वाले वक्त में मानव अंगों की कमी को दूर किया जा सकता है। अंग की कमी को दूर करने के लिए सूअर के ऊपर काफी दिनों से रिसर्च किया जा रहा था।
ये भी पढ़ें : MEDIA LIVE : जनता बना चुकी है उत्तराखंड में बदलाव का मन: केशर सिंह नेगी
मेडिकल के क्षेत्र में इसे बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। अब यह गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए यह वरदान साबित हो सकता है। हालांकि इसमें अभी कुछ सवालों का जवाब मिलना बाकी है। यह प्रत्यारोपण ब्रेन डेड मरीज में किया गया है। इस ट्रांसप्लांटेशन के हेड सर्जन डॉ रॉबर्ट मोंटगोमरी ने कहा कि ट्रांसप्लांटेड किडनी की फंक्शनिंग से जुड़े सभी टेस्ट के रिजल्ट्स बहुत सामान्य लग रहे थे। इस किडनी ने मरीज के शरीर में पेशाब की उतनी ही मात्रा बनाई, जितना कि हम किसी इंसानी किडनी से उम्मीद कर सकते हैं। ऐसे में हमें शरीर से इसको अस्वीकार करने के कोई संकेत नहीं मिले हैं।
पहले के प्रयास सफल नहीं हुए थे लेकिन इस बार डॉक्टरों ने स्पेशल मोडिफाइड जीन वाले सूअर का इस्तेमाल किया। इसमें सूअर के सेल में मौजूद उस शुगर को खत्म करने और इम्यून सिस्टम के हमले से बचने के लिए कुछ जेनेटिक बदलाव किए गए थे। मरीज ब्रेन डेड था उससे लाइफ सपोर्ट सिस्टम हटाने के लिए उसकी फैमिली से बाकायदा स्वीकृति ली गई थी। टीम ने सूअर की किडनी को दो से तीन दिनों तक निगरानी में मरीज के शरीर से बाहर एक बड़ी धमनी से जोड़ा, जिससे उसे खून और ऑक्सीजन मिलती रहे।
इंसान में सूअर की किडनी का सफलतापूर्वक ट्रांसप्लांट, अमेरिकी सर्जनों के कारनामे से दुनिया हैरान
मोंटगोमरी ने कहा कि प्रत्यारोपण के बाद स्थिति सामान्य है। यूनाइटेड नेटवर्क फॉर ऑर्गन शेयरिंग के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका में लगभग 107,000 लोग वर्तमान में अंग प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जिसमें 90 हजार से अधिक लोग किडनी प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा कर रहे हैं। एक किडनी के लिए औसत तीन से पांच साल तक वेटिंग है। भारत में मुनासिब डोनर न मिल पाने की वजह से लगभग 5 लाख लोग दम तोड़ देते हैं। यह खबर भारत के लिहाज से बहुत खास है क्योंकि ऐसे रोगियों की तादाद यहां काफी अधिक है।