MEDIA LIVE: सचिवालय के बाहर धरना प्रदर्शन करेगी कांग्रेस : प्रीतम सिंह
देहरादून: विधानसभा परिसर में स्थित कांग्रेस विधानमंडल दल कक्ष में आयोजित प्रेसवार्ता में पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व विधायक प्रीतम सिंह ने कहा कि भर्तियों में धांधली की जांच ठीक प्रकार से नहीं की जा रही है। कहा कि कांग्रेस 21 नवंबर को सचिवालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर सरकार को चेताने का काम करेगी।
29 नवंबर को शुरू होने जा रहे विधानसभा सत्र से पहले मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस राज्य के ज्वलंत मुद्दों को लेकर बड़ा प्रदर्शन करने जा रही है। भर्ती परीक्षाओं में धांधली, विधानसभा भर्ती प्रकरण, अंकिता भंडारी हत्याकांड, हरिद्वार पंचायत चुनाव में धांधली जैसे मुद्दों को लेकर कांग्रेस 21 नवंबर को सचिवालय घेराव करेगी।
इसके लिए पार्टी स्तर से बड़े पैमाने पर तैयारी की जा रही है। शुक्रवार को विधानसभा परिसर में स्थित कांग्रेस विधानमंडल दल कक्ष में आयोजित प्रेसवार्ता में पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व विधायक प्रीतम सिंह ने इस संबंध में पत्रकारों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भर्तियों में धांधली की जांच ठीक प्रकार से नहीं की जा रही है।

लचर जांच के चलते मामले में लिप्त आरोपियों को लगातार जमानत मिल रही है। कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड में अब तक सरकार वीवीआईपी का नाम उजागर नहीं कर पाई है। कांग्रेस पहले दिन से इन मामलों में हाईकोर्ट के सीटिंग जज की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इन मामलों में सरकार में बैठे कुछ सफेदपोश लोग शामिल हैं, इसलिए सरकार सीबीआई जांच से बच रही है।
प्रीतम ने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर चुकी है। ऊधमसिंह नगर में एक के बाद एक वारदातें हुईं, लेकिन जिले के कप्तान के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। हरिद्वार पंचायत चुनाव में सरकार ने सरकारी मशीनरी का जमकर दुरुपयोग किया है। इन सब मसलों को लेकर कांग्रेस 21 नवंबर को सचिवालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर सरकार को चेताने का काम करेगी। प्रेसवार्ता में प्रतापनगर के विधायक विक्रम सिंह, गंगोत्री के पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण, राजपुर के पूर्व विधायक राजकुमार, उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना और जिलाध्यक्ष संजय किशोर उपस्थित थे।
विधानसभा का शीतकालीन सत्र गैरसैंण के बजाए देहरादून में बुलाए जाने के सरकार के निर्णय पर प्रीतम ने कहा कि धामी सरकार के लिए गैरसैंण पहले ही गैर हो गया था, तब उसने चारधाम यात्रा का बहाना बनाकर ग्रीष्मकालीन सत्र गैरसैंण में नहीं बुलाया।