MEDIA LIVE : बीरोंखाल जिला निर्माण एवं जन विकास समिति ने विधायक पर लगाया क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप !
मीडिया लाइव, देहरादून: प्रदेश कि अस्थाई राजधानी देहरादून में बीरोंखाल जिला निर्माण एवं जन विकास समिति की एक अहम बैठक हुई, जिसमें पौड़ी गढ़वाल जिले के अंतर्गत आने वाले सुदूरवर्ती बीरोंखाल ब्लॉक की स्यूंसी तहसील को लेकर गहन विचार विमर्श किया गया। समिति और क्षेत्रीय जन संघर्ष की बदौलत स्यूंसी तहसील का निर्माण हुआ। बैठक में क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज को लेकर निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। माना गया कि वे इलाके को पूरी तरह उपेक्षित कर रहे हैं।
गौरतलब है कि तहसील का हाल यह है कि वहां अधिकारियों और कर्मचारियों के बैठने की भी उचित व्यवस्था तक नहीं है। बैठक में इस बाबत मांग प्रस्ताव पारित किया गया कि तहसील में कर्मचारियों के बैठने की उचित व्यवस्था की जाए, साथ ही तहसील भवन की दुर्दशा पर ध्यान देकर इसका जीर्णोद्धार किया जाए।
समिति के अध्यक्ष डॉक्टर अरुण प्रकाश ढौंडियाल ने बताया कि, तहसील की स्थापना कांग्रेस शासनकाल में हुई थी, इसलिए शायद वर्तमान मंत्री और विधायक सतपाल महाराज इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। कई बार समिति के लोग मंत्री और क्षेत्रीय विधायक सतपाल महाराज से मिले, हर बार उनकी तरफ से कोरे आश्वासन ही मिले।
डॉक्टर ढौंडियाल ने बताया कि यही हाल वेदीखाल डिग्री कॉलेज में पढ़ाई को लेकर है। समिति ने बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री के कार्यों की भी निंदा की और प्रस्ताव पारित किया कि ,अगर वेदीखाल डिग्री कॉलेज में दिए गए नए विषयों की पढ़ाई शुरू नहीं की गई और प्राध्यापकों की नियुक्ति नहीं हुई, तो बीरोंखाल–वेदीखाल गढ़वाल क्षेत्र की जनता के साथ समिति आंदोलन में उतरेगी।
उन्होंने बताया कि, समिति की लगातार मांग के बाद महाविद्यालय में विज्ञान विषयों को पढ़ाई जाने की अनुमति मिली थी ,लेकिन बाद में भौतिक विज्ञान और गणित विषय को पढ़ाए जाने की अनुमति को रोक दिया गया। ऐसे में महाविद्यालय के छात्रों के साथ घोर अन्याय किया गया है।
उन्होंने बताया कि ,बैठक में मांग प्रस्ताव पारित किया गया है कि क्षेत्र के एक मात्र डिग्री कॉलेज में विज्ञान विषयों को पढ़ाए जाने की अनुमति को जारी रखा जाए और जल्द प्राध्यापकों की नियुक्ति की जाए ,ताकि छात्रों का भविष्य अंधेरे में ना डूबे।
इस बैठक में समिति के बलवंत सिंह रावत, पूर्व शिक्षा निदेशक पान सिंह बिष्ट, पूर्व प्रिंसिपल मोहन सिंह कंडारी ,आनंद सिंह रावत , कर्नल रिटायर सूरज सिंह नेगी, पूर्व वनाधिकारी बहुखंडी आदि पदाधिकारी मौजूद थे।