मल्लिकार्जुन खड़गे बने कांग्रेस के नए अध्यक्ष
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस पार्टी के नये अध्यक्ष का पदभार संभाल लिया है. इस मौके पर सोनिया गांधी ने कहा कि खड़गे के नेतृत्व में पार्टी मजबूत होगी. कांग्रेस कार्यकारिणी के सभी सदस्यों ने खड़गे को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. खड़गे अब अपनी नई ‘टीम’ का ऐलान करेंगे.
नई दिल्ली :कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को बुधवार को शुभकमानाएं देते हुए उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में पार्टी को प्रेरणा मिलेगी और वह लगातार मजबूत होगी. उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलजुलकर आगे बढ़ने का आह्वान किया और कहा कि कांग्रेस ने कभी संकट के सामने हार नहीं मानी और आगे भी नहीं मानेगी।
सोनिया गांधी ने कहा, ‘मुझे पूरा विश्वास है कि खड़गे से पूरी पार्टी को प्रेरणा मिलेगी, एक संदेश मिलेगा और इनके नेतृत्व में कांग्रेस मजबूत होगी.’ उनका कहना था, ‘मैं बहुत प्रसन्न हूं। सबसे अधिक संतोष इस बात का है कि आपने (नेता) अपने-अपने विवेक से जिन्हें (खड़गे) अध्यक्ष चुना है, वह एक अनुभवी नेता हैं, धरती से जुड़े हुए नेता हैं, अपनी मेहनत व समर्पण से एक साधारण कार्यकर्ता से इस ऊंचाई तक पहुंचे हैं।
सोनिया गांधी ने कहा, ‘सच कहूं तो मैं राहत महसूस कर रही हूं। आपने इतने वर्षों तक जो प्यार, सम्मान दिया है, यह मेरे लिए गौरव की बात है. मुझे इसका अहसास जीवन की आखिरी सांस तक रहेगा। ‘ उनके अनुसार, यह सम्मान बहुत बड़ी जिम्मेदारी भी थी. अपनी योग्यता और क्षमता के अनुसार जितना बन पड़ा, उतना किया. इस दायित्व से मुक्त हो जाऊंगी और यह भार मेरे सिर से उतर जाएगा और इसलिए राहत महसूस कर रही हूं।
अब यह जिम्मेदारी खड़गे जी के ऊपर आ गई है।’ उन्होंने कहा, ‘परिवर्तन संसार का नियम है। यह परिवर्तन जीवन के हर क्षेत्र में होता है और होता रहेगा। आज कांग्रेस के सामने कई चुनौतियां हैं, सबसे बड़ी चुनौती यह है कि लोकतांत्रिक मूल्यों के सामने जो संकट पैदा हुआ है, उसका हम सफलतापूर्व मुकाबला कैसे करें। सोनिया गांधी ने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि पार्टी के सभी कार्यकर्ता और नेता आपस में मिलजुलकर ऐसी शक्ति बनेंगे जो हमारे महान देश के सामने खड़ी चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना कर सकेगी.’ कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने यह भी कहा, ‘कांग्रेस के सामने पहले भी बड़े-बड़े संकट आए हैं, लेकिन पार्टी ने कभी हार नहीं मानी है। सभी को मिलकर, संकल्प के साथ और एकता के साथ आगे बढ़ना है।
इस अवसर पर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के दिग्गज नेता मौजूद रहे। पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने खरगे को निर्वाचन प्रमाणपत्र सौंपा। इस मौके पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल, केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के सदस्य राजेश मिश्रा, अरविंदर सिंह लवली और ज्योति मणि भी मंच पर मौजूद रहे।
इनके अलावा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य, प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्ष और पार्टी के कई अन्य पदाधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित थे. पदभार ग्रहण करने से पहले खड़गे ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांलि अर्पित की।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। पदभार ग्रहण करने बाद खरगे के सामने एक तरफ राजस्थान का सियासी संकट तत्काल चुनौती बनकर खड़ा है तो अगले कुछ हफ्तों में होने जा रहे गुजरात एवं हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव भी बड़ी चुनौती हैं। वहीं, 2024 का लोकसभा चुनाव उनके लिए सबसे बड़ी अग्निपरीक्षा होगा।
दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले 80 वर्षीय खड़गे ने 17 अक्टूबर को हुए ऐतिहासिक चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी 66 वर्षीय शशि थरूर को मात दी थी। पार्टी के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ था। इसमें 24 साल बाद गांधी परिवार से बाहर का कोई व्यक्ति कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया था।