MEDIA LIVE : कोविड इफेक्ट: निराश्रित की मौत: ऋषिकेश कोतवाल ने दी मुखाग्नि
मेडिया लाइव, ऋषिकेश: महामारी में जाने कैसे-कैसे नजारे देखने को मिल रहे हैं। हालात इतने खराब हैं कि भरे पूरे परिवार के लोग भी अपने परिजनों का अंतिम संस्कार नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में एकाकी जीवन बसर करने वाले लोगों के बारे में सोचकर कर किसी का भी मन दुखी हो सकता है। लेकिन उत्तराखंड पुलिस जहां तक हो सकता है पूरा जोखिम लेकर ऐसे लोगो का भी पूरे विधिविधान से अंतिम संस्कार कर रही।
अभी बीते रोज ऋषिकेश में रहने वाले एक 91 वर्षीय कोरोना संक्रमित एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी। ऋषिकेश कोतवाली को जब इसका पता लगा की मृतक की कोई संतान नहीं है और वह अकेले रहते थे।इस पर ऋषिकेश कोतवाल इंस्पेक्टर रितेश शाह ने खुद पीपीई किट पहनकर पुत्र धर्म निभाते हुए निजी खर्च पर उनका पूरे सम्मान जनक तरीके से अंतिम संस्कार किया।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश से सूचना मिली कि 91 वर्षीय बुजुर्ग मोहन सिंह रावत पुत्र शेर सिंह रावत निवासी प्रेम विहार, श्यामपुर ऋषिकेश की कोविड से मौत हो गयी है। पुलिस अस्पताल पहुंची, वहां पता चला कि मृतक ऋषिकेश में अकेले रहते थे। इनकी तीन पुत्रियां हैं, जिनमें से वर्तमान समय में एक पुत्री आशा रावत देहरादून में मौजूद है, जिनकी आर्थिक हालत खराब है। होने के उन्होंने असमर्थता जताई। हालात की गंभीरता को समझते हुए ऋषिकेश कोतवाली इंस्पेक्टर रितेश शाह ने चौकी प्रभारी त्रिवेणी घाट व चार कांस्टेबलों के साथ खुद पी.पी.ई. किट पहनकर राजकीय अस्पताल के शवगृह से बुजुर्ग के शव को एंबुलेंस से और निजी खर्चे से अंतिम संस्कार में आवश्यक सामग्री की पूरी व्यवस्था कर मृतक को खुद मुखाग्नि देकर सम्मान सहित अंतिम संस्कार कर पुत्र धर्म निभाया। वाकई जहां देश के तमाम राज्यों से गंगा जैसी पवित्र नदियों के किनारे हजारों की संख्या में लोग अपने परिजनों को मुखाग्नि देने के बजाय मिट्टी में दफन कर रहे हैं। वहीं उत्तराखंड पुलिस के अधिकारी कर्मचारी मिलकर इस तरह के जोखिम भरे निर्णय लेकर इंसानियत का सच्चा फर्ज निभा रहे हैं।