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करन रावत ने फिर खोली पौड़ी जिलापंचायत में भ्रष्टाचार की पोल

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मीडिया लाइव, पौड़ी : करन रावत भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग में एक योद्धा नज़र आ रहे हैं। इस आरटीआई कार्यकर्ता की हिम्मत को सलाम करना होगा, जो भ्रष्टाचार की दलदल में डूब चुके सरकारी सिस्टम की कारगुजारियों को जनता के सामने लाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनकी जिजीविषा और निडरता को देखकर यह स्पष्ट होता है कि वे सच्चाई की लड़ाई में किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।

करन कहते हैं कि महान हिंदी साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद के प्रसिद्ध कहानी नमक का दरोगा के महत्वपूर्ण किरदार मुंशी वंशीधर की कहानी प्रेरणा का काम करती है : यह कहानी एक ऐसी मिसाल है, जो हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित करती है। उनकी हिम्मत और संघर्ष की कहानी हमें यह सिखाती है कि सच्चाई की लड़ाई में हमें किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।

बता दें कि आरटीआई और सामाजिक कार्यकर्ता करन रावत लगातार जिला पंचायत पौड़ी की भ्रष्टाचार की कीचड़ को साफ करने का काम कर रहे हैं। उनके प्रयास से यहां कुछ हद तक कार्रवाइयां भी अमल में लाई गई। लेकिन बावजूद इसके पौड़ी जिला पंचायत के कारिंदों के भ्रष्टाचार और लूट के नए नए मामले और उन्हें अंजाम देने वाले तरीके लोगों को हतप्रभ कर रहे हैं।

बता दें कि यहां जिला पंचायत के सिस्टम की करगुजारियां अक्सर जनता के सामने नहीं आ पाती हैं, लेकिन आरटीआई कार्यकर्ता करन अपने मिशन में लगे हुए हैं। उनकी मेहनत और संघर्ष के कारण अब जिले भर के लोगों के टैक्स के पैसे की खुली चोरी और लूट के मामले जनता के सामने आ रहे हैं। यह एक अच्छी शुरुआत है और टैक्स पेयर जनता को उम्मीद करनी चाहिए कि इससे जिला पंचायत पौड़ी के सिस्टम में सुधार होगा।

गौरतलब है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग एक लंबी और कठिन लड़ाई है, लेकिन कुछ लोग आज भी समाज में जिंदा हैं और बिना हार माने अपना संघर्ष जारी रखे हुए हैं। ऐसे ही लोगों में शामिल है ये आरटीआई कार्यकर्ता।

ताजा मामले में करन रावत न बताया कि ! पौड़ी जिला पंचायत के एक सफाई कर्मचारी की पत्नी के बैंक अकाउंट में जिला पंचायत से 75 लाख रुपए डाले गए। ऐसे में जिला पंचायत पौड़ी की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई हैं। यह भी बताया जा रहा है कि मामले से जुड़ी हुई तमाम पत्रावलियों में छेड़छाड़ कर घपले के इस पूरे मामले को दबाने का प्रयास किया गया, जिससे संबंधित अधिकारी का निलंबन हुआ है।

आरटीआई कार्यकर्ता ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 की ऑडिट रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ कि एक उपनल सफाई कर्मचारी की पत्नी के खाते में 75 लाख रुपये की राशि सफाई कार्यों के नाम पर जमा की गई। घोटाले की परतें तब खुलीं जब मैने सूचना का अधिकार (RTI) के तहत यह जानकारी मांगी।

वे कहते हैं कि इस पूरे घपले घोटाले में चौंकाने वाली बात यह है कि इन लोगों के पास ठेकेदारी का पूर्व अनुभव, जीएसटी नंबर, या अन्य वैध पंजीकरण तक नहीं था। लेकिन फिर भी जानबूझकर लाखों रुपये का काम उन्हें सौंप दिया। इसमें प्रत्येक ब्लॉक में 2 सफाई कर्मचारी तैनात किए गए, जिनकी कुल संख्या 30 रही इन्हें प्रति कर्मचारी 15 हजार रुपये प्रति माह का भुगतान किया गया। वहीं 10 अतिरिक्त कर्मचारी, जो VIP ड्यूटी और दुर्गम क्षेत्रों में तैनात रहे, उन्हें 1,000 रुपये प्रतिदिन या 30,000 रुपये तक महीने का भुगतान किया गया। सफाई कार्यों के लिए यह टेंडर जनवरी से सितंबर 2023 के बीच संचालित रहा ।

जून 2025 के शुरुआती हफ़्ते में आरटीआई में मिले जवाब में मुझे पूरे प्रकरण की जानकारी मिली। मैंने तत्काल इस मामले की शिकायत गढ़वाल आयुक्त से की। इसके बाद आयुक्त ने मामले में जांच के लिए पौड़ी जिलाधिकारी कार्यालय को पत्र लिखा। RTI से सामने आया कि उपनल सफाई कर्मचारी के तीन पारिवारिक सदस्यों के नाम पर जिले के 15 विकासखंडों में ठेकेदारी के टेंडर स्वीकृत किए गए।

आरटीआई कार्यकर्ताओं ने की विजिलेंस जांच की मांग: आरटीआई कार्यकर्ता का कहना है कि इस अवधि में ठेके के नाम पर सरकारी धनराशि की जमकर बंदरबांट की गई. वहीं करन रावत ने मांग की है कि इस पूरे प्रकरण की विजिलेंस जांच होनी चाहिए. दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाए.

डीएम ने कहा जांच के बाद कार्रवाई होगी: वहीं इस पूरे प्रकरण पर जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया ने कहा है कि-

गढ़वाल कमिश्नर से पत्रावली मिली है। मामले की पत्रावलियों की जांच की जा रही है. जांच रिपोर्ट के अध्ययन के बाद ही दोषियों के विरुद्ध आगे की कार्रवाई की जाएगी.
-स्वाति भदौरिया, जिलाधिकारी, पौड़ी गढ़वाल-

आरटीआई कार्यकर्ता की हिम्मत और संघर्ष को देखकर यह साफ होता है कि सच्चाई की लड़ाई में किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। अंत में करन कहते हैं कि आइए हम सभी भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग में साथ दें और एक सच्चा और पारदर्शी समाज बनाने के लिए काम करें।