UP के CM योगी आदित्यनाथ के पिता पंचतत्त्व में विलीन
मीडिया लाइव: मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जनपद पौड़ी के यमकेश्वर तहसील अन्तर्गत फूलचट्टी गंगातट में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता स्वर्गीय आनन्द सिंह बिष्ट के पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी तथा अतिंम यात्रा में शामिल हुए।
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, गढ़वाल सांसद तीरथ सिह रावत, काबीना मंत्री मदन कौशिक, उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिह रावत, विधायक महेन्द्र भट्ट, तथा स्वामी चिदानंद मुनि, स्वामी बाबा रामदेव, संगठन मंत्री अजय, भाजपा के राष्ट्रीय नेता शिव प्रकाश, उत्तर प्रदेश के एडिशनल कमिश्नर सौम्य श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री श्री योगी के ओएसडी भारत भूषण रावत, सहित अन्य गणमान्य ने फूलचट्टी गंगाघाट में पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रदांजलि दी।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेद्र ने दिवंगत की आत्मा की शांति व शोक संतप्त परिवारजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने अपने शोक संदेश में कहा कि स्वर्गीय आनन्द सिंह बिष्ट जी का अपना एक अलग व्यक्तित्व था वह एक सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता भी थे। यमकेश्वर ब्लॉक में किये गये उनके सामाजिक योगदान के लिये उनको हमेशा याद किया जायेगा। यमकेश्वर में स्वर्गीय आनन्द सिंह बिष्ट जी द्वारा एक महाविद्यालय की स्थापना भी की गई थी जहां आज सैकड़ों बच्चे अध्यनरत है। उनका शिक्षा के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान रहा है।
अंतिम संस्कार से पूर्व प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत, स्व. आनन्द सिंह बिष्ट के पैतृक गांव पंचूर पहुंचे, जहां उन्होने पार्थिव देह पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर, शोक संतप्त परिवारजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
वहीं जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर, नगर पंचायत जौंक स्वर्गाश्रम अध्यक्ष माधव अग्रवाल, भाजपा मण्डल अध्यक्ष गुरूपाल बत्रा, उपजिलाधिकारी श्याम सिह राणा, एलआईयू इंस्पेक्टर मनोज असवाल आदि ने भी श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
सनातन परंपरा के अनुसार शोकाकुल परिवार की ओर से बडे बेटे श्री मानवेंद्र सिह बिष्ट ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी।
गौरतलब है कि योगी अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए. क्योंकि उनके कंधों पर देश के सबसे बड़े प्रादेश उत्तरप्रदेश की जिम्मेदारी है. साथ ही इस वक्त पूरी दुनिया कोविड 19 कोरोना संक्रमण की महामारी से ग्रस्त है. जिसके चलते देश और दुनिया में लॉकडाउन जारी है.