डॉ. धन सिंह रावत ने कारगिल शहीदों को याद किया
मीडिया लाइव, पौड़ी: प्रोटोकाल, सहाकारिता, दुग्ध विकास एवं उच्च शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. धन सिंह रावत ने कारगिल शहीदों की याद में आज ग्राम पंचायत उफल्डा के गंगा दर्शन मोड में जिला प्रशासन, एसएसबी, वन विभाग, कृषि, उद्यान तथा स्वयं सेवी संगठनों के सहयोग से फलदार एवं चारा पत्ती के पौधों का रोपण किया गया।
मंत्री ने कहा कि कलस्टर बेस जड़ी बूटियों का उत्पादन करने, मसालों की खेती करने तथा फल पौधों के साथ ही विभिन्न प्रकार से पादपों का भी उत्पादन कर ग्रामीण आपनी आजीवका में सुधार ला सकते हैं। कारगिल शहीदों को नमन करते हुए उन्होंने कहा कि 18 वर्ष पूर्व भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा शहीद सैनिकों का सम्मान उनके गृह जनपद तक पहुंचाकर सैनिक सम्मान के साथ अत्येष्टि कराने का बीड़ा उठाया था। जो कि आज तक अनवरत रूप से चलया जा रहा हैं इस मौके पर उन्हांने लोगों से पर्यावरण संरक्षण, जल संवर्द्धन एवं सहभागिता के रूप में अपने कार्र्याें को अन्जाम देने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि संगठन में शक्ति होती है जिसका जागता उदाहरण ग्राम उफल्डा है। इस क्षेत्र के लोगों ने बेमौसमी फल व सब्जियों, दुग्ध उत्पादन के साथ ही अपनी परम्परागत खेती को आगे बढ़ाया है। जिससे उनकी आर्थिकी भी सुदृढ़ हुई है। उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए सीएसआर के माध्यम से मंदिर में सुलभ शौचालय के निर्माण हेतु पांच लाख रूपये की धनराशि उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सहकारिता, दुग्ध, कृषि एवं उद्यान विभाग मिलकर ब्लाकवार लोगों की आर्थिकी बढ़ाने के लिए रणनीति बनाकर प्रस्ताव तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि काश्तकारों को कृषि व उद्यान के क्षेत्र में सस्ते ब्याज दरों पर एक लाख तक का ऋण उपलब्ध कराया जायेगा। इस मौके पर जिलाधिकारी सुशील कुमार व मुख्य विकास अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने अपने विचार रखे।
ग्राम उफल्डा के गंगा दर्शन मोड में मंत्री जी के साथ ही जिलाधिकारी सुशील कुमार, मुख्य विकास अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे, पर्यावरण संस्था एपी मैखुरी, पूर्व प्रमुख खिर्सू सम्मपत सिंह रावत, प्रमुख पौड़ी श्रीमती संतोषी रावत, ग्राम प्रधान हरेन्द्र सिंह, पूर्व प्रधान रमेश सिंह, समेत विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों के अलावा ग्राम उफल्डा के ग्रामीण व श्रीनगर के संभ्रात नागरिकों द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर भाग लिया गया।