उत्तराखण्ड न्यूज़टेक्नोलॉजी

कोविड 19 संक्रमण से बचाएगा ये यंत्र

FacebookTwitterGoogle+WhatsAppGoogle GmailWeChatYahoo BookmarksYahoo MailYahoo Messenger

मेडिया लाइव , अल्मोड़ा : कोराना वायरस संक्रमण #कोविड-19 को देखते हुए विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा द्वारा पैडल चलित हाथ धोने का एक यंत्र (हैण्डवाश सिस्टम) बनाया गया है। इसका चालन पैर से किया जाता है इसके प्रयोग के लिए हाथों का इस्तेमाल नहीं होता। कोविड-19 के संक्रमण के फैलाव को रोकने में भी यह यंत्र प्रभावी हो सकता है। इस यंत्र को ऐसे स्थान में लगाया जा सकता है जहाॅ पर बाहर से आने वाले व्यक्तियों की संख्या ज्यादा है, जैसे अस्पताल, पब्लिक कार्यालय आदि। इस यंत्र में तरल साबुन तथा पानी के लिए दो अलग-अलग पैडल लगे हुए है। इनको दबाने के लिए यात्रिंक व्यवस्था की गयी है जो पैडल को पैर से दबाने पर कार्य करती है। इस यंत्र में आसानी से उपलब्ध ‘‘प्रेसमैटिक‘‘ पानी की टोंटी तथा पुनः भरे जा सकने वाले तरल साबुन का डिस्पैन्सर लगाया गया है। हाथ धोने के समय पानी की धारा को नियंत्रित करने के लिए स्टौपर भी लगाये गये है। 500 ली. क्षमता तक की पानी की टंकी इसमें लगायी जा सकती है जिससे लगभग 2000 लोग अपने हाथो को सैनेटाईज कर सकते है। इस यंत्र का कुल वजन 20 कि.ग्रा. है।

यंत्र का प्रदर्शन देखते हुए लोग ।

संस्थान द्वारा इस यंत्र की 04 यूनिट को जिला प्रशासन व नगरपालिका प्रशासन को सौपा गया। इस दौरान जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने इस यंत्र के विकास हेतु संस्थान की सराहना करते हुए कहा कि यह यंत्र स्वच्छता हेतु उपयोगी होने के साथ-साथ ही वर्तमान में व्याप्त वैश्विक समस्या कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने में भी काफी सीमा तक कारगर सिद्ध हो सकती है। उन्होंने कहा कि इस मशीन का उपयोग समस्त स्वास्थ्य केन्द्रों में किया जायेगा। उन्होंने कहा कि संस्थान द्वारा इस वैश्विक महामारी के संक्रमण को रोकने हेतु बनायी गयी यह मशीन कारगर साबित हो सकती है। इस दौरान इस यंत्र की दो-दो यूनिट स्वच्छता कार्यक्रम के अन्तर्गत नगरपालिका अल्मोड़ा एवं अल्मोड़ा स्थित सरकारी अस्पताल को प्रदान की गयी ताकि सफाई के साथ-साथ कोविड-19 के जोखिम को भी कम किया जा सके। इस अवसर पर नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी ने संस्थान को बधाई दी और भेंट स्वरूप इस यंत्र को स्वीकारते हुए कहा कि यह नगरपालिका के लिए भी उपयोगी साबित होगा। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डा. लक्ष्मीकान्त ने इस यंत्र के बारे में पूर्ण जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इस यंत्र का निर्माण इंजी. श्यामनाथ, वैज्ञानिक शिव सिंह, दीनबन्धु गाइन, धनी राम और राहुल ने संस्थान के निदेशक, फसल उत्पादन विभाग के प्रभागाध्यक्ष डा. जे.के. बिष्ट तथा पीआई. डा. शेर सिंह के मार्गदर्शन में किया गया। इसके निर्माण के समय कोविड-19 के दिशा-निर्देशों एवं सामाजिक दूरी का पूरा ध्यान रखा गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सविता हयांकी, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक बेस डा. एच.सी गडकोटी, अधिशासी अधिकारी नगरपालिका गौरव पाण्डे, सफाई निरीक्षक लक्ष्मण सिंह आदि उपस्थित थे.