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अंकिता भंडारी को न्याय की मांग पर आंदोलित हो रही कांग्रेस, खंडूरी बैठे धरने पर !

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मीडिया लाइव, पौड़ी : उत्तराखंड की बेटी अंकिता को न्याय दिलाने के लिए करीब दस महीने से उसके लाचार मां बाप दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं, लेकिन उन्हें न्याय की कोई आस दूर तक दिखाई नहीं दे रही। इतना ही नहीं सबसे दुःखद पहलू ये है कि मामले को मुकर्रर सरकारी वकील पर से उनका भरोसा उठ चुका है, जिसे बदलने भर जैसी छोटी सी मांग को लेकर उन्हें बरगलाया जा रहा है। ऐसे में लाचार माता पिता ने अपनी जान देने जैसा आत्मघाती कदम उठाने की चेतवानी दी है। यूं तो तमाम सामाजिक और अन्य राजनीतिक दलों के साथ ही प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस इस मामले में शुरू से ही मुखर हो कर पीड़ित परिवार के साथ खड़ी दिखती रही है। लेकिन इस खबर के सामने आने के बाद पार्टी ज्यादा आक्रामक हो गई है। ऐसे में कांग्रेस ने इस गंभीर मुद्दे पर आंदोलन का रुख अख्तियार कर लिया है।

इस मामले को लेकर जिला मुख्यालय पौड़ी में बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डीएम कार्यालय के बाहर हेमवती नंदन बहुगुणा मूर्ति स्थल पर धरना दिया। उन्होंने सरकार से अंकिता के माता-पिता की मांग पर सरकारी वकील जितेंद्र रावत को हटाने को पूरा करने की मांग की है। इस धरने का नेतृत्व कांग्रेस नेता मनीष खंडूड़ी ने किया, इस मौके पर मनीष ने कहा कि कांग्रेस अंकिता के परिवार को न्याय दिलाने की मांग को लेकर बदरीनाथ से लेकर कोटद्वार तक गढ़वाल के सभी शहरों में बड़ा आंदोलन करेगी। इससे पहले उन्होंने अंकिता के माता-पिता से उनके गांव डोभ श्रीकोट में जा कर मुलाकात की और हर संभव मदद का भरोसा दिया।

धरना शुरू करने से पहले प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस नेता मनीष खंडूड़ी ने याद दिलाया कि अंकिता हत्याकांड को 10 महीने बीत गए हैं लेकिन सरकार ने मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में तक नहीं चलाया। इतना ही नहीं सरकार अपना ही वादा भूल गई, जिसमें अंकिता के भाई को सरकारी नौकरी देने को कहा गया था। इस अवसर पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विनोद नेगी, महिला जिलाध्यक्ष नीलम रावत, सरिता नेगी, नवलकिशोर, गोपाल, उपेंद्र रावत, वीर प्रताप आदि उनके साथ शामिल रहे।