उत्तराखण्ड न्यूज़

कृषि बिल के विरोध में कांग्रेस मुखर होकर सड़कों पर उतरी

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मीडिया लाइव, देहरादून:  केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि विधेयकों को लेकर विरोध के स्वर लगातार मुखर हो रहे हैं। सोमवार को उत्तराखण्ड में प्रदेश कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों तथा कृषि बिलों के विरोध में राजभवन कूच किया।

पार्टी नेताओं ने केंद्र सरकार द्वारा संसद में पारित कराए गए कृषि बिलों को काले कानून की संज्ञा देते हुए आरोप लगाया कि मोदी सरकार इन कानूनों की आड़ में देश भर के किसानों को चंद कॉरपोरेट घरानों का गुलाम बनाने की साज़िश कर रही है। उन्होंने कहा कि आज देश के अन्नदाता किसान इन कानूनों के खिलाफ सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं लेकिन सरकार अपनी तानाशाही पर कायम है।

कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार से इन कानूनों को तुरंत वापस लेने की मांग करते हुए चेतावनी दी कि पार्टी किसानों के हक़ में निर्णायक लड़ाई लड़ेगी।  इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने किया। कृषि बिल के विरोध प्रदर्शन में  राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा, पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी, पूर्व मंत्री हरीश दुर्गापाल, शूरवीर सिंह सजवाण, दिनेश अग्रवाल, मंत्री प्रसाद नैथानी, मातबर सिंह कण्डारी, विधायक मनोज रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, हाजी फुरकान, एससी विभाग अध्यक्ष राजकुमार,

महिला कांग्रेस अध्यक्ष सरिता आर्य, सचिव खष्टी बिष्ट, सेवादल अध्यक्ष राजेश रस्तोगी, पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत, विजयपाल सिंह सजवाण, गणेश गोदियाल, शैलेंद्र रावत, जोत सिंह गुनसोला, रामयश सिंह, नारायण पाल, उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट, सूर्यकांत धस्माना, महामंत्री संजय पालीवाल, विजय सारस्वत, महेश शर्मा, ताहिर अली, हरिकृष्ण भट्ट, लक्ष्मी राणा सहित अन्य वरिष्ठ कांग्रेसजन व सैंकड़ों कार्यकर्ता शामिल रहे।