आपदा नहीं रोकी जा सकती हैं : सीएम
मीडिया लाइव, देहरादून: आपदा के नजरिए से उत्तराखण्ड बेहद संवेदनशील है। यही वजह से राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण समय-समय पर आपदा में राहत बचाव कार्यों में तेजी लाने के प्रयास करता है। इसी के तहत राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इंटरनेशनल कॉन्क्लेव ऑन यूज ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी इन डिजास्टर मैनेजमेंट संबंधित दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कृषि मंत्री गणेश जोशी समेत आपदा विभाग के तमाम अधिकारी मौजूद रहे।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सहित सभी हिमालयी राज्य आपदा के दृष्टिगत बेहद संवेदनशील हैं। हालांकि कोई भी ऐसा साल नहीं होता है जब उत्तराखंड में आपदा जैसी स्थिति या फिर आपदा ना आई हो। कहीं किसी न किसी रूप में आपदा हर साल आती आती है. चाहे वह भूकंप, भूस्खलन, बादल फटना और वनाग्नि अन्य प्राकृतिक आपदा हो। जिससे जनहानि के साथ ही अन्य हानियां भी होती हैं। साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इन आपदाओं को रोकना सरकार के बस में नहीं है। लेकिन आपदा के दौरान राहत बचाव कार्यों को तत्काल प्रभाव से किया जाए, इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। हालांकि, साल 2013 में केदारघाटी में आई आपदा की वजह से व्यापक स्तर पर जन और धन की हानि हुई थी।