चमोली के डीएम ने परखी व्यवस्थाएं
मीडिया लाइव, गोपेश्वर : जिलाधिकारी आशीष जोशी ने रविवार को गैरसैंण स्थित राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, भुवनेश्वरी महिला आश्रम तथा राजकीय पाॅलीटैक्निक गैरसैंण का स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा दृष्टिगत कमियों को शीघ्र दूर करने के निर्देश दिये।
राजीव गांधी नवोदय विद्यालय पहुॅचकर उन्होंने पठन-पाठन कक्ष, छात्रावास, रसोईघर, शौचालय, लाइब्रेरी का निरीक्षण किया। उन्होंने विद्यालय प्रांगण में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये। उन्होंने स्कूल प्रशासन को अध्ययनरत छात्रों के लिए शुद्ध भोजन एवं रहन-सहन का उच्च स्तर बनाने को कहा। भोजन की गुणवत्ता को जानने के लिए जिलाधिकारी ने रसोईघर का निरीक्षण किया और स्वयं भोजन कर भोजन की जाॅच की। उन्होंने सप्ताह में छात्रों को दिये जाने वाले भोजन मैन्यू का अवलोकन भी किया। उन्होंने कहा कि छात्रों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो इसका पूरा ध्यान रखा जाय। जिलाधिकारी ने छात्रावास में छात्रों से उनके विषयों के संबध में सवाल जबाव किये तथा छात्रों से उनकी परेशानियों के बारे में जाना। स्कूल स्टाॅफ की जानकारी लेने पर स्कूल के प्राधानाचार्य ने बताया कि स्कूल में 15 अध्यापक है तथा विद्यालय में अंग्रेजी अध्यापक की आवश्यकता है।
इसके बाद जिलाधिकारी भुवनेश्वरी महिला आश्रम पहुॅचे, जहाॅ उन्होंने उपलब्ध टैण्ड, वाटर फिल्टर, सोलर लाइट, वर्तन आदि विभिन्न प्रकार की सामग्री का अवलोकन किया। आपदा को दृष्टिगत रखते हुए उन्होंने आश्रम के परियोजना प्रबन्धक को उप जिलाधिकारी से समन्वय करते हुए गैरसैंण में चिन्हित रिलीफ सेंटरों में वाटर फिल्टर रखने को कहा ताकि आपदा के दौरान रिलीफ सेंटर में प्रभावितों को शुद्ध पेयजल सुविधा उपलब्ध हो सके। उन्होंने आश्रम द्वारा संचालित बाल सुरक्षा, आजीविका, स्वास्थ्य, स्वच्छता, आपदा प्रबन्धन आदि विभिन्न कार्यो की जानकारी भी ली। परियोजना प्रबन्धक गिरीश डिमरी ने अवगत कराया कि आपदा के दृष्टिगत संस्था द्वारा 500 महिला एवं पुरूषों को सर्च एवं रेस्क्यू आॅपरेशन के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है। साथ ही अन्य लोगों को भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। संस्था द्वारा महिलाओं एवं बच्चों की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए निरन्तर कार्य किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने राजकीय पाॅलिटैक्निक गैरसैंण का भी निरीक्षण किया। उन्होंने काॅलेज में छात्र संख्या, स्टाॅफ की जानकारी लेते हुए प्रयोगशाला, लाइब्रेरी, काॅलेज के पठन-पाठन कक्षों का निरीक्षण किया। शौचालयों में फैली गंन्दगी पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने प्राधानाचार्य को नियमित साफ-सफाई करवाने के निर्देश दिये। काॅलेज में संचालित ट्रेड के बारे में जानकारी लेने पर प्रधानाचार्य चन्द्र प्रकाश विश्वकर्मा ने बताया कि काॅलेज में छात्रों को केवल इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के ट्रेड में ही प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें दूसरे व तीसरे वर्ष के 25-25 छात्र अध्ययनरत है तथा इस वर्ष 40 छात्रों को प्रथम वर्ष में प्रवेश दिया जायेगा। उन्होंने काॅलेज में फिजीक्स, कमैस्ट्री एवं इलैक्ट्रिकल अध्यापकों की कमी के साथ ही काॅलेज की सुरक्षा की दृष्टि से वाॅडरी वाॅल, पोस्ता तथा काॅलेज गेट निर्माण की समस्या से भी जिलाधिकारी को अवगत कराया।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी ईला गिरि, एसडीएम स्मृता परमार, सीटीओ वीरेन्द्र कुमार, तहसीलदार बंशीधर जोशी आदि उपस्थित थे।