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खनन-चुगान करने वालों के लिए अच्छी खबर

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मीडिया लाइव, अल्मोड़ा: निजी नाप भूमि पर खनन या चुगान पट्टा चाहने वालों के लिए एक अच्छी खबर है. लम्बे समय से इस पर कोई निर्णय नहीं हो पा रहा था. लेकिन अब शासन के सभी निर्देश जिला प्रशासन को मिल गए हैं. इसमें खनन पट्टा आवंटन का अधिकार अब शासन की बजाय जिलाधिकारियों को दे दिया गया है. जिस पर जिलों में डीएम ने त्वरित गति से काम करना आरम्भ कर दिया है.

इस बाबत जिलाधिकारी अल्मोड़ा नितिन सिंह भदौरिया ने बताया है कि. आवेदन कर्ताओ की सहूलियत के लिए उन्होंने दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं. जिसमें सम्बंधित विभाग के अधिकारियों सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की जिम्मेदारी तय हो चुकी है.
जिलाधिकारी भदौरिया ने बताया कि औद्योगिक विकास विभाग, उत्तराखण्ड शासन ने पुरानी चुगान नीति में बदलाव कर दिया है. अब उपखनिज-रेत, बजरी, बोल्डर चुगान के लिये नदी तल से लगी निजी नाप भूमि में उपखनिजों का चुगान-खनन पट्टा नियमानुसार पर्यावरणीय अनुमति के बाद चुगान वर्ष की अवधि 1 अक्टूबर से 30 जून तक हेतु पट्टा 5 वर्ष के लिए स्वीकृति किये जाने का अधिकार जिला अधिकारी को दिया गया है.
अब नदी तल से लगी निजी नाप भूमि में उपखनिज-बालू, बजरी, बोल्डर का चुगान-खनन पट्टा स्वीकृति के लिए आवेदनकर्ताओं को सुविधा देने के लिए जिला कार्यालय में हेल्प लाइन नम्बर जारी किया गया है- 05962-230284 है, जिसमें अपर जिलाधिकारी, बीएल फिरमाल की अध्यक्षता में समिति का गठन हो चुका है। इसके अलावा उपखनिज भू-वैज्ञानिक, भूतत्व व खनिज कर्म इकाई अल्मोड़ा, तहसीलदार, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी खनन अल्मोड़ा, एजेए जिला, वरिष्ठ सहायक भूतत्र्व एवं खनिजकर्म इकाई व अन्य कार्मिकों की तैनाती कर दी गयी है।
डीएम अल्मोड़ा ने बताया कि सहायता केन्द्र में तैनात कर्मचारी सुबह 10 बजे से सायं 4 बजे तक मौजूद रहेंगे और उप निदेशक भू-वैज्ञानिक, अल्मोड़ा और तहसीलदार सदर, प्रत्येक शुक्रवार और शनिवार को सुबह 9ः30 बजे से अपरान्ह 1ः30 बजे तक अनिवार्य रूप से सहायता केन्द्र में मिलेंगे। उन्होंने बताया कि सहायता केन्द्र में तैनात कार्मिक आवेदनकर्ता के स्वयं उपस्थित होने अथवा दूरभाष पर सूचना चाहें जाने पर उपखनिज बालू, बजरी, बोल्डर के चुगान के लिए चुगान-खनन पट्टा स्वीकृति के सम्बन्ध में आवेदनकर्ता को पूरी जानकारी देंगे. इसके अलावा आवेदकों की हर समस्या का समाधान कराया जायेगा तथा अपर जिलाधिकारी के संज्ञान में तथ्यों को लाया जायेगा।