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पहाड़ में कोरोना की दस्तक : भारी ना पड़ जाए ये घर वापसी

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मीडियालाइव : लॉकडाउन के बीच घर लौट रहे प्रवासियों के साथ कोरोना ने पहाड़ पर दस्तक दे दी है। जिसके लिए उत्तरकाशी जिला सुर्खियों में है। जहां सूरत से लौटे चार युवकों में से एक की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। जिले के धनारी व मनेरी क्षेत्र के इन चारों युवकों को प्रशासन ने संस्थाीगत क्वारंटीन में रखा था। अब उक्त युवक को जिला अस्प्ताल में आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। गौरतलब है कि पहाड़ के जिलों में पौड़ी के बाद ये दूसरा केस है। पौड़ी के दुगड्डा में विदेश से आए युवक को छोड़कर अब तक पहाड़ी जिलों में एक भी केस नहीं था। इसीलिए इन्हें ग्रीन जोन में रखा गया था। लेकिन उत्तरकाशी जिले के इस मामले ने प्रशासन के साथ ही लोगों को चिंता में डाल दिया है। हालांकि प्रशासन के दावे के मुताबिक चारों युवकों को उनके घर जाने से पहले ही क्वारंटीन कर लिया गया था। लेकिन बताया जा रहा है कि इन युवकों ने अपने सामान भर बैग घरों तक पहुंचा दिए थे। ऐसे में सामान के साथ कोरोना के ट्रैवल करने की आशंका सताने लगी है। जिसे देखते हुए प्रशासन ने इन युवकों के संपर्क में आए लोगों को भी क्वारंटीन करने  का कदम उठा लिया है।

इस मामले के बाद अब राज्य के पहाड़ी जिलों के लिए प्रवासियों की घर वापसी काफी संवेदनशील हो गई है। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग और क्वारंटीन के नियमों का पालन बेहद जरूरी है। इसमें जरा सी चूक भारी पड़ सकती है। राज्यर सरकार के मुताबिक अब तक विभिन्नं राज्यों से  18,156 लोग उत्तभराखंड लाए गए हैं। जबकि 28,003 लोग राज्य में एक जिले से दूसरे जिले में भेजे गए हैं। इसके साथ ही कई प्रवासी बाहरी राज्यों से वापसी की तैयारी में हैं, और सरकार उनके घर पहुंचने के इंतजाम भी कर रही है।

सरकार की इन कोशिशों के बावजूद बहुत से लोगों की बिना जांच और क्वाेरंटीन कराए ही घरों तक पहुंचने की खबरें भी आ रही हैं। वहीं कई जगह क्वारंटीन व्यावस्था सिर्फ खानापूर्ति बनकर रह गई है। बताया जा रहा है कि कई जगहों पर क्वारंटीन किए गए लोग बाहर घूम फिर रहे हैं, जबकि कई लोग अपने घरों तक भी पहुंच रहे हैं। जिस तरह कोरोना के संक्रमण का स्व भाव है, उसे देखते हुए ये बहुत ही गंभीर स्थिति है। एक दो मामले ही लॉकडाउन और अब तक किए गए तमाम उपायों पर पानी फेर सकते हैं। पहाड़ों में स्वास्य सुविधाओं की हालत किसी से छिपी नहीं है। यहां अगर संक्रमण फैलता है तो उसे काबू करने की भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। का कदम उठा लिया है। इस मामले के बाद अब राज्य के पहाड़ी जिलों के लिए प्रवासियों की घर वापसी काफी संवेदनशील हो गई है। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग और क्वारटीन के नियमों का पालन बेहद जरूरी है। इसमें जरा सी चूक भारी पड़ सकती है।