बुद्ध पूर्णिमा : पीएम नरेंद्र मोदी पर प्रियंका ने साधा निशाना
मीडिया लाइव, ब्यूरो : आईएनसी महासचिवनेता प्रियंका गांधी ने पीएम पर निशाना साधा है, वो भी इशारो-इशारों में. आज सुबह-सुबह भगवान बुद्ध की वाणी को पीएम ने जिस तरह से दोहराया और जनता को ज्ञान बांटते दिखे.उस पर कांग्रेस ने तंज कसा है. प्रियंका ने कहा बुद्ध की बातों को दोहराना ही काफी नहीं है.
दरसल बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर प्रधानमंत्री ने देश को करुणा का संदेश देने की कोशिश की. उनके भाषण के बाद चंद घंटे बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रवासी मजदूरों का एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वह आप बीती बता रहे थे. इसके साथ उन्होंने लिखा कि ! सिर्फ भगवान की बात दोहराना काफी नहीं, अमल भी कीजिए.
एक चैनल पर दिखाए गए वीडियो को शेयर करते हुए प्रियंका ने ट्विटर पर लिखा, ‘मजदूरों को गुजरात से यूपी लाया गया. पैसे भी वसूले गए. आगरा और बरेली जाने वालों को लखनऊ और गोरखपुर ले जाकर छोड़ा जा रहा है. आज बुद्ध पूर्णिमा का दिन है. बुद्ध की वाणी करुणा की वाणी थी. प्रवासी मजदूरों के साथ करुणा भरा व्यवहार हो और उन्हें सहारा मिले.’ ‘प्रवासी मजदूरों के साथ अच्छा व्यवहार करने का हमारा प्रयास होना चाहिए. सिर्फ भगवान की वाणी को दोहराना काफी नहीं है. सरकार को उस पर अमल करके दिखाना होगा और प्रवासी मजदूरों के साथ अच्छा व्यवहार करना होगा.’
मोदी ने क्या कहा था बुद्ध पूर्णिमा पर : बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित एक डिजिटल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा था कि भारत आज बुद्ध के कदमों पर चलकर हर किसी की मदद कर रहा है, फिर चाहे वो देश में हो या फिर विदेश में, इस दौरान लाभ-हानि को नहीं देखा जा रहा है. हमारा काम निरंतर सेवा भाव से होना चाहिए, दूसरे के लिए करुणा-सेवा रखना चाहिए.
जमीनी हकीकत और मीठे बोल में अंतर पर बवाल तो मचना ही था :
ऐसे में ये सब बवाल तो होना ही था, क्योंकि देश भर से मजदूरों की हालत पर कई वीडियो और सन्देश वाइरल हो रहे हैं. मीडिया भी खबरें रिपोर्ट कर रहा है. प्रवासी मजदूरों से किराया वसूले जाने की खबरें आ रही हैं. इसके अलावा राज्य सरकार और केंद्र सरकार प्रवासियों को लाने-छोड़ने को लेकर लगातार नई गाइड लाइन जारी कर रहा है. जिसमें कई बार निर्णय बदले जा रहें हैं ऐसे में लोगों के सामने उलझन खड़ी हो रही है. लोग लगातार सोशल मीडिया पर सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठा रहे हैं. जिस पर राज्य सरकारों की किर-किरी हो रही है. सोशल मीडिया में बवाल मचा हुआ है. लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि ऐसी स्थिति में वे क्या करें क्या न करें. सरकार लोगों से अपील कर रही है कि वे धैर्य रखें, सबको उनके मूल स्थानों पर पहुंचाया जाएगा. लेकिन जो भी हो लोगों के सामने असमंजस की स्थिति तो बनी ही है.