डायरिया: ओआरएस पैकेट का होगा वितरण
मीडिया लाइव, चमोली : मानसून के दौरान बच्चों में डायरिया होने की आशंका के दृष्टिगत डायरिया नियंत्रण को लेकर 1 अगस्त से जनपद में सघन डायरिया रोकथाम अभियान शुरू हो गया हैं।
इसके तहत जनपद की सभी 158 चिकित्सा इकाइयों मे जिंक ओआरएस कार्नर की स्थापना कर इन कार्नर के माध्यम से जिंक व ओआरएस पैकेट का वितरण निःशुल्क किया जाएगा। साथ ही अभियान के दौरान डायरिया रोकथाम को लेकर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में सघन डायरिया नियंत्रण अभियान का शुभारंभ प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर अनुराग धनिक एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वैष्णव कृष्णा ने बच्चों को ओआरएस के पैकेट वितरित करते हुए किया गया।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मीनाक्षी रावत ने बताया कि एक दिन में तीन या उससे ज्यादा बार दस्त होने को डायरिया कहते हैं जिससे शरीर में पानी की कमी हो जाती इसके इलाज के लिए ओआरएस के एक पैकेट को 1 लीटर पानी में घोल बनाकर दस्त शुरू होते अपने बच्चों को तुरंत ओ आर एस का घोल दे। एक चम्मच पानी में या मां के दूध में जिंक की गोली को मिलाकर बच्चों को दिन में एक बार पूरे 14 दिन तक लगातार देने, दस्त के दौरान और बाद में भी बच्चे को खिलाते रहे और स्तनपान भी जारी रखेंने के बारे में बताया।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा वैष्णव कृष्णा ने बताया कि शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तत्वावधान में 1 अगस्त से 31 सितंबर तक सघन डायरिया रोकथाम अभियान का आयोजन सशक्त बच्चे, स्वस्थ राष्ट्र के केंद्रीय थीम पर किया जा रहा है।
आशा व एएनएम पांच साल से कम उम्र के बच्चों वाले घरों का दौरा करेंगी व इन घरों में अनिवार्य रूप से ओआरएस पैकेट का वितरण किया जाएगा। साथ ही आशा व एएनएम द्वारा लक्षित आयु वर्ग के बच्चों के अभिभावकों को डायरिया के लक्षण बचाव के बारे में जागरूक किया जाएगा व ओआरएस घोल बनाने की विधि सिखाई जाएगी। घर भ्रमण के दौरान डायरिया के लक्षण मिलने पर संबंधित शिशु को निकटवर्ती चिकित्सालय रेफर किया जाएगा।
बताया कि पीड़ित बच्चे को निःशुल्क जिंक टैबलेट उपलब्ध कराई जाएगी। कार्यक्रम में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अमिता, डीपीएम नरेंद्र सिंह रणजीत सिंह एवं संचालक श्री उदय सिंह रावत शामिल रहें।