टिम्मरसैंण के दर्शन के लिए जाएगा अफसरों का दल…
मीडिया लाइव, चमोली: जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने कलेक्ट्रेट सभागार में टिम्मरसैंण यात्रा की तैयारियों को लेकर मंदिर समिति और यात्रा पर जाने वाले दल के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने उत्तरकाशी के हर्षिल में आयोजित शीतकालीन पर्यटन कार्यक्रम में टिम्मरसैंण महादेव यात्रा का उल्लेख किया था। साथ ही, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी जिलाधिकारियों को अपने-अपने जनपदों में शीतकालीन पर्यटन स्थलों के विकास और प्रचार-प्रसार के लिए निर्देश दिए थे।
जिलाधिकारी ने बताया कि जिला स्तरीय अधिकारियों का एक दल मार्च के अंतिम सप्ताह या अप्रैल के पहले सप्ताह में मौसम और सड़क की स्थिति को ध्यान में रखते हुए टिम्मरसैंण के दर्शन के लिए जाएगा। यह दल टिम्मरसैंण मंदिर के पौराणिक और आध्यात्मिक महत्व के साथ-साथ नीति घाटी की सांस्कृतिक गतिविधियों को भी समझेगा।जिलाधिकारी ने सड़कों की मरम्मत के लिए बीआरओ और पैदल मार्ग पर रेलिंग लगाने के लिए जीएमवीएन को निर्देश दिए।
साथ ही, उन्होंने नीति के प्रधान को होम स्टे संचालकों की सूची नंबर सहित उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। मंदिर समिति के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा ने बताया कि टिम्मरसैंण में अमरनाथ की तरह प्राकृतिक रूप से शिवलिंग की आकृति बनती है, जो अप्रैल तक बनी रहती है।
उन्होंने यह भी बताया कि 1962 से पहले कैलाश मानसरोवर की यात्रा यहीं से शुरू होती थी। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि कैलाश मानसरोवर यात्रा को नीति घाटी से फिर से शुरू किया जाए।इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नंदन कुमार, पर्यटन अधिकारी बृजेंद्र पांडेय सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी भी मौजूद रहे।