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वाईब्रेण्ट विलेज प्रोग्राम के तहत सीमावर्ती गाँवों के प्रतिनिधियों का दिल्ली से लौटने पर हुआ स्वागत

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मीडिया लाइव, देहरादून : गृह मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वाधान में 75 वें गणतंत्र दिवस, के मौके पर नई दिल्ली में आयोजित “वाईब्रेण्ट विलेज प्रोग्राम” में आई.टी.बी.पी. के सह-सहयोग से उत्तराखण्ड के नीति एवं माणा वेली में स्थित सीमावर्ती गाँवों के ग्राम प्रधानों को राजपथ पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में शामिल होने के बाद ITBP गौचर कैम्प में अतुल कुमार थवाईत, द्वितीय कमान अधिकारी द्वारा वापसी में इन लोगों का गर्मजोशी से स्वागत किया ।

“वाईब्रेण्ट विलेज प्रोग्राम” आई०टी०बी०पी० के सह-संयोजन से कार्यक्रम में सीमावर्ती गाँव के महिला – पुरुष प्रतिनिधियों के द्वारा 26 जनवरी के कार्यक्रम में शामिल हुए इसका उद्देश्य सीमावर्ती गांवों का व्यापक स्तर पर विकास करना है ताकि लोगों के जीवन स्तर में अपेक्षित सुधार करते हुए देश की मुख्यधारा से जोड़ना है, जिससे सीमावर्ती क्षेत्र से पलायन की समस्या को रोका जा सकें। सीमावर्ती क्षेत्र में कृषि, बागवानी, पर्यटन और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देना है।संस्कृति विरासत की भावना का विकास करने का प्रयास करना स्थानीय लोगो को रोजगार से जोडना है ताकि लोग अपनी संस्कृति को अपनी विरासत मानते हुए, लोगों में मातृभूमि प्रेम प्रज्वलित होता रहे।
भा०ति०सी० पु० बल के द्वारा प्रधानमंत्री संग्रहालय (त्रिमूर्ति भवन) तथा हुमायूँ मकबरा में भ्रमण करवाया तथा सीमा सुरक्षा बल के निजामुद्दीन स्थित कैम्प परिसर में गृह मंत्री अमित शाह, के द्वारा ग्राम प्रधानों से मिलाप किया गया, सीमावर्ती गाँव अंतिम नहीं, बल्कि देश के प्रथम गाँव है। सभी ग्राम प्रधान के द्वारा राजपथ पर आयोजित 75 वें गणतंत्र दिवस परेड़ में भी हिस्सा लिया वहाँ वे प्रधानमंत्री से भी रूबरू हुए।