MEDIA LIVE : भर्तियां निरस्त करने पर कांग्रेस ने साधा निशाना !
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस उत्तराखंड ने भर्तियां निरस्त किए जाने ने सरकार के निर्णय लेने के तौर तरीकों पर सवाल खड़े करते हुए निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि इन पांच भर्तियों के रिजल्ट पर प्रदेश के 52000 युवाओं का भविष्य निर्भर करता है। ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि इन भर्ती परीक्षाओं के तार भी भ्रष्टाचार से जुड़े हैं।
देहरादून: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की उत्तराखंड इकाई के प्रदेश अध्यक्ष ने राज्य में पांच और भर्तियां निरस्त किए जाने पर प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार इन भर्तियों को निरस्त करने का वाजिब बताने से घबरा गई है। उन्होंने कहा कि इन पांच भर्तियों के रिजल्ट पर प्रदेश के 52000 युवाओं का भविष्य अटका हुआ है। ऐसे में सीएम को यहां की जनता को साफ-साफ बताना चाहिए कि इन भर्ती परीक्षाओं के तार भी भ्रष्टाचार से जुड़े हैं या फिर बीजेपी नेता इन परीक्षाओं को निरस्त कर अपने चहेतों को नौकरी लगवाना है।
गौरतलब है कि बीते दिन धामी कैबिनेट की मीटिंग में सबसे बड़ा फैसला प्रदेश में भर्तियों को लेकर ही लिया। बैठक में उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के तहत 770 पदों के लिए पांच भर्ती परीक्षाएं रद्द करने का फैसला लिया गया। इसके साथ ही उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की सात हजार पदों के लिए प्रस्तावित सभी परीक्षाएं भी राज्य लोक सेवा आयोग कराने का फैसला लिया गया।
माहरा ने कहा कि सच जो भी हो लेकिन यह सच जनता के सामने आना चाहिए। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि चार भर्तियों की जांच पहले ही चल रही है, जिसमें यूकेएसएसएससी और वन दारोगा समेत दो और भर्तियां शामिल हैं। इस पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ने आशंका जताई है कि संपन्न हो चुकी 5 और भर्ती परीक्षाएं निरस्त करने के पीछे आखिर सरकार की क्या मनसा हो सकती है। उन्होंने कहा कि पहले ही प्रदेश बेरोजगारी के दंश को झेल रहा है और प्रदेश का युवा दिशा विहीन और अवसाद ग्रस्त हो चुका है। ऐसे में भर्तियों को निरस्त कर दिया जाना, प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ सीधा–सीधा बड़ा खिलवाड़ है।
फीचर इमेज : फाइल फोटो